प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा कर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं और उद्घाटन किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्वांचल को विकास का केंद्र बनाया जाएगा और भारत 2036 के ओलंपिक खेलों की मेज़बानी के लिए भी गंभीरता से तैयारी कर रहा है।
₹6,100 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में करीब 6,100 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में स्वास्थ्य, डेयरी, सड़क, जल और कृषि से जुड़ी ढांचागत सुविधाओं का विस्तार शामिल है।
मुख्य परियोजनाएं:
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आरजे शंकर नेत्र अस्पताल:
₹90 करोड़ की लागत से बना यह अस्पताल क्षेत्रवासियों को उच्च गुणवत्ता की नेत्र चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराएगा। -
बनास डेयरी संयंत्र:
अमूल के सहयोग से यह डेयरी प्लांट पूर्वांचल के किसानों और पशुपालकों के लिए आय और रोजगार के नए रास्ते खोलेगा। -
संत रविदास की 25 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण:
सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता को प्रोत्साहन देने वाली यह प्रतिमा संत रविदास मंदिर परिसर में स्थापित की गई है।
2036 ओलंपिक: भारत की नई खेल दृष्टि
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का अगला लक्ष्य 2036 ओलंपिक की मेज़बानी है। उन्होंने देश में बन रहे विश्वस्तरीय खेल ढांचे का ज़िक्र करते हुए बताया कि कैसे वाराणसी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम जैसे प्रोजेक्ट्स देश की खेल क्षमताओं को नया आयाम दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत के युवा खिलाड़ी विश्व पटल पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, और अब वक्त है कि हम ओलंपिक जैसे वैश्विक आयोजनों की मेज़बानी के लिए खुद को तैयार करें।
पूर्वांचल को मिलेगा नया आर्थिक बल
प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल के लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार इस क्षेत्र को देश के आर्थिक मानचित्र पर प्रमुख स्थान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि डेयरी, कृषि, पर्यटन और खेल के क्षेत्र में निवेश बढ़ाकर यहां युवाओं को नौकरी और उद्यम के नए अवसर दिए जाएंगे।
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