राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने दशहरे की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा है: –
“विजयादशमी के पावन अवसर पर, मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।
विजयदशमी का पर्व पूरे भारत में बुराई पर अच्छाई की, असत्य पर सत्य की, अनैतिकता पर नैतिकता की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। उत्तर भारत में इसे ‘दशहरा’ के रूप में मनाया जाता है और रावण पर भगवान राम की जीत ‘रावण दहन’ के माध्यम से दर्शायी जाती है। श्री राम जी का आदर्श आचरण और सदाचार का संदेश पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को प्रेरणा देता रहा है।
पूर्वी भारत में, इस दिन ‘दुर्गा मूर्ति विसर्जन’ समारोह उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस प्रकार यह पर्व भारत की सांस्कृतिक एकता का उदाहरण है।
मैं कामना करती हूं कि यह त्योहार हमें नैतिकता, सच्चाई और अच्छाई के शाश्वत जीवन मूल्यों को आत्मसात करने और शांति तथा सद्भाव का जीवन जीने के लिए प्रेरित करता रहे।”
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