न्यूज़ डेस्क : म्यांमार से आए रोहिंग्या शरणार्थियों को बांग्लादेश में भासन चार द्वीप पर बसाया जाएगा। किसी जमाने में जलमग्न रहे इस द्वीप पर एक लाख शरणार्थियों के लिए कैंप बनाए जा रहे हैं। हालांकि, कॉक्स बाजार में बरसों से रह रहे इन शरणार्थियों को यहां कब भेजा जाएगा, इसकी घोषणा नहीं की गई है।
अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि भासन चार में बाढ़ सुरक्षा तटबंध, घर, अस्पताल, मस्जिद बनाए गए हैं। बंगाल की खाड़ी में स्थित यह द्वीप बांग्लादेश के मुख्य हिस्से से 34 किलोमीटर दूर है और सिर्फ 20 साल पहले ही जल क्षेत्र से बाहर आया है। बांग्लादेश शरणार्थी, राहत एवं प्रत्यर्पण आयुक्त महबूब आलम तालुकदार ने बताया कि भासन चार द्वीप बसने के लिए तैयार है। यहां एक लाख लोगों को बसाया जाएगा। यह संख्या बहुत ही कम है क्योंकि अगस्त, 2017 के बाद से म्यांमार से अब तक करीब सात लाख रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश यहां आ चुके हैं।
मीडिया को जाने की अनुमति नहीं : इस द्वीप पर अभी विदेशी मीडिया को जाने की अनुमति नहीं है। बांग्लादेश के एक फ्रीलांस पत्रकार सालेह नोमान हाल ही में इस द्वीप पर गए थे। उन्होंने बताया कि यहां विकास हो रहा है। हालांकि 2015 में जब पहली बार बांग्लादेश ने रोहिंग्या मुस्लिमों को इस द्वीप पर भेजे जाने का प्रस्ताव रखा था तो अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों और संयुक्त राष्ट्र ने इसका विरोध किया था।
जाने के लिए मजबूर नहीं करेगा: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बार-बार संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय साझेदारों को बताया है कि उनका प्रशासन इस बारे में अंतिम निर्णय लेने से पहले उनसे संपर्क करेगा और किसी भी शरणार्थी को इस द्वीप पर जाने के लिए मजबूर नहीं करेगा।
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