इदौर, 18 जनवरी 2019: इंडेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइन्सेस, इंदौर ने 72वीं इंडियन डेंटल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर प्री-कॉन्फ्रेंस पाठ्यक्रम का आयोजन किया। यह कॉन्फ्रेंस दन्त चिकित्सा के क्षेत्र में मध्य भारत के सबसे बड़े सम्मेलनों में से एक हैं। इस कॉन्फ्रेंस में देशभर से तकरीबन 4000 प्रतिनिधि सम्मिलित हुए हैं। इसमें कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के व्याख्यान शामिल हैं। इस कॉन्फ्रेंस के आयोजन अध्यक्ष- डॉ. देशराज जैन, आयोजन सचिव – डॉ. मनीष वर्मा और अध्यक्ष साइंटिफिक डॉ. राजीव श्रीवास्तव हैं।
यह प्री-कॉन्फ्रेंस, प्रोस्थोडोंटिक्स और क्राउन एंव ब्रिज विभाग, इंडेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइन्सेस, इंदौर के द्वारा संचालित किया गया। इस प्री-कॉन्फ्रेंस की मुख्य वक्ता विशाखापटनम की प्रसिद्ध प्रोस्थोडोंटिस्ट एंव इम्प्लान्टोलॉजिस्ट डॉ. निर्मला पासम थी, जिन्होनें क्राउन और ब्रिज के क्षेत्र में वर्तमान तकनीकी एंव रूझानों पर विस्तृत व्याख्यान एंव लाइव प्रदर्शन दिए। इसी के साथ प्रतिभागियों ने स्वयं अपने हाथों से नई तकनीकों को स्वयं कार्यान्वायित करके इस क्षेत्र में कार्य कौषल गृहण किया।
इंडेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइन्सेस, इंदौर के प्रोस्थोडोंटिक्स विभाग के दंत चिकित्सक डॉ. शिल्पी गिलरा गुप्ता (प्रोफेसर), डॉ. रवीश टोंग्या (रीडर) एवं डॉ. रवीना मक्कड़ (रीडर) इस कार्यक्रम के कोर्स कोऑर्डिनेटर थे।
पाठ्यक्रम में कुल़़ 18 प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा नई तकनीकों से अवगत हुए। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से न सिर्फ उनके कार्य कौषल और ज्ञान को बढ़ावा मिला बल्कि दंत चिकित्सा के बहुत सारे महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में भी उन्हें जानकारी प्राप्त हुई।
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