पुणे। अब प्रजनेश गुणेश्वरन भारत के नंबर एक एकल टेनिस खिलाड़ी हैं। घुटने की चोट के कारण एक समय उनका करियर नीचे चला गया था पर इस खिलाड़ी ने शानदार वापसी की है। वह 2010 से 2012 तक केवल छह टूर्नामेंट में खेल पाए। जब उन्होंने 2013 में कुछ टूर्नामेंट में हिस्सा लेकिन फिर से चोटिल होने के कारण वह 2014 में कोर्ट से बाहर रहे। इसके बाद 2015 में उन्होंने एक बार फिर प्रयास किया। अब वह युकी भांबरी (128) और रामकुमार रामनाथन (130) दोनों को पीछे छोड़कर भारत के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी बन गए हैं। वह एकल में 110वें नंबर पर हैं।
प्रजनेश ने कहा, ‘यह सच है कि मैं अचानक ही यहां पहुंचा पर यह रातों रात नहीं हुआ। मैंने इसके लिए काफी मेहनत की। मेरा लक्ष्य शीर्ष 100 में जगह बनाने से भी ऊंचा है। मैं आज जहां पर हूं मेरी क्षमता उससे भी आगे बढ़ने की है। यह निश्चित तौर पर मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ सत्र रहा और मैं इस अनुभव का उपयोग रैंकिंग में आगे बढ़ने के लिए करूंगा। मुझे उच्चस्तर पर खेलने के लिए और बेहतर बनने की जरूरत है।’
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