न्यूज़ डेस्क : फेसबुक की मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) शेरिल सैंडबर्ग ने कहा है कि यदि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पोस्ट घृणा भाषण और झूठी जानकारी संबंधी, कंपनी की नीतियों का उल्लंघन करती हैं तो उन्हें भी हटा दिया जाएगा। फेसबुक ने तीन नवंबर को अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले अपने मंच से दुष्प्रचार रोकने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। इन उपायों में विवादास्पद विषय वस्तु को रोकना शामिल है।
सैंडबर्ग ने मंगलवार को एमएसएनबीसी समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि कंपनी नफरत भरी बातों और झूठी जानकारियों को हटाएगी, भले ही ट्रंप ने वो पोस्ट डाली हों। उन्होंने कहा, ‘यदि राष्ट्रपति हमारे घृणा भाषण संबंधी मानकों का उल्लंघन करते हैं या मतदाताओं को लेकर अथवा कोरोना वायरस पर गलत जानकारी देते हैं तो उन पोस्ट को हटाया जाएगा।’
फेसबुक ने पिछले सप्ताह ट्रंप की एक पोस्ट हटा ली थी जिसमें उन्होंने दावा किया था कि बच्चे कोविड-19 से लगभग सुरक्षित हैं। इस पोस्ट को ‘गलत सूचना फैलाने’ के तहत चिह्नित किया गया है। इस समय भारत में फेसबुक की कार्य प्रक्रिया को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। द वालस्ट्रीट जर्नल में बीते दिनों प्रकाशित एक लेख में कहा गया था कि फेसबुक भारत में सत्ताधारी दल के नेताओं की हेट स्पीच और आपत्तिजनक सामग्री को लेकर कोताही बरतता है।
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