नई दिल्ली । इस दिवाली वायु और ध्वनि प्रदूषण की तीन-तीन शिफ्टों में हर घंटे निगरानी होगी। दीपावली (19 अक्टूबर) पर प्रदूषण के आंकड़ों में कितना अंतर आया, इसे स्पष्ट करने के लिए एक सप्ताह पहले (12 अक्टूबर) की भी मॉनिटरिंग की जाएगी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने इस संबंध में दिल्ली-एनसीआर सहित देश भर के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। 17 पेज की इन गाइडलाइंस में सभी राज्य प्रदूषण बोर्डों को दीपावली के दिन सुबह 6:00 से दोपहर 2:00 तक, दोपहर 2:00 से रात 10:00 तक और रात 10:00 से सुबह 6:00 तक वायु और ध्वनि प्रदूषण दोनो की निगरानी करने को कहा गया है।
आंकड़े एकत्रित करने के साथ-साथ सभी प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों से जागरूकता के लिए अभियान चलाने को भी कहा गया है, जिसमें पटाखे न जलाने को लेकर अपील की जाएगी। इसके लिए वीडियो और आकर्षक कार्टून वगैरह का सहयोग लेने को भी कहा गया है।
सीपीसीबी ने इन गाइडलाइंस के साथ-साथ सभी राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को एक अध्ययन रिपोर्ट भी भेजी है, इसमें स्वास्थ्य पर पटाखों के गंभीर असर का जिक्र है। जागरूकता मुहिम में राज्य बोर्डों से जनता को इस रिपोर्ट का निष्कर्ष बताने को भी कहा गया है।
सीपीसीबी के अतिरिक्त निदेशक डॉ. दीपांकर साहा ने बताया कि जागरूकता अभियान लोगों में एक समझ विकसित करता है वहीं पारदर्शी मॉनिटरिंग उन हालातों से निपटने की प्लानिंग करने में मदद देता है। स्थिति का सही आंकलन करने पर भी बेहतर प्लानिंग की जा सकती है।
News Source: jagran.com
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