न्यूज़ डेस्क : शनिवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पूरा होने के बाद जामिया हिंसा के आरोपियों को गिरफ्तारी का डर सताने लगा है। उनमें से ज्यादातर भूमिगत हो गए हैं। उधर, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को भी पुलिस की ओर से बड़ी कार्रवाई की आशंका है। उनका कहना है कि अब तक चुनाव को देखते हुए पुलिस उन पर कार्रवाई से बच रही थी, लेकिन एक राजनीतिक पार्टी के इशारे पर जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
जामिया हिंसा के आरोपी आशु खान और पूर्व विधायक मोहम्मद आसिफ खान पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। हिंसा में कई अन्य लोगों के भी नाम हैं, जिन पर दो-तीन दिन में कार्रवाई हो सकती है। इसके मद्देनजर आशु खान मतदान केंद्र के पास सहयोगियों से चर्चा करते नजर आए।
अब सभी की नजर इस बात पर है कि पुलिस जामिया हिंसा के आरोपियों पर कैसे कार्रवाई करती है। साथ ही, शाहीन बाग के रास्ते को किस तरह खाली कराया जाएगा।
उधर, शाहीन बाग में डेढ़ महीने से ज्यादा समय से धरने पर बैठे जेनुद्दीन अंसारी ने कहा कि मतदान खत्म होने के बाद प्रदर्शन पर जल्द ही कार्रवाई की चर्चा है। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस बल प्रयोग से भी नहीं हिचकेगी। इसे लेकर प्रदर्शनकारी महिलाएं भी परेशान हैं। शहनाज बानो ने कहा कि दो दिन से प्रदर्शनस्थल के पास पुलिस की गतिविधियां बढ़ गई हैं। पुलिस लगातार रास्ते को खाली करने की अपील करती रही है।
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