नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच तेज हो गई है. सीबीआई ने इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक के तीन और अधिकारियों को आज गिरफ्तार किया. यह मामला हीरा व्यापारी नीरव मोदी और उसके कारोबारी सहयोगी मेहुल चोकसी से संबंधित हैं.इसके अलावा जांच एजेंसी ने सोमवार शाम मुंबई स्थित लोअर परेल में पेनिन्सुला बिजनेस पार्क में नीरव मोदी के समूह कार्यालयों में छापे भी मारे. सीबीआई इस मामले में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. पीएनबी के एक सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज खरात तथा सेवानिवृत्त कर्मी गोकुलनाथ शेट्टी को पहले गिरफ्तार किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि फॉरेक्स विभाग में तत्कालीन मुख्य प्रबंधक रहे बेचू तिवारी, फॉरेक्स विभाग में स्केल द्वितीय मैनेजर यशवंत जोशी तथा निर्यात खंड संभालने वाले स्केल प्रथम अधिकारी प्रफुल सावंत को सोमवार शाम को गिरफ्तार किया गया.
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने नवी मुंबई, अंधेरी और डोंबीवली में उनके आवासों की तलाशी भी शुरू की है. नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ 11,400 करोड़ रूपये के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में जांच चल रही है. दोनों ही कारोबारी बैंकिंग उद्योग के सबसे बड़े घोटालों में से एक, इस घोटाले में मुख्य आरोपी हैं और कई जांच एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं. सूत्रों के मुताबिक कारपोरेट मामलों के मंत्रालय ने एसएफआईओ को मोदी तथा चोकसी से जुड़ी, कुछ सूचिबद्ध कंपनियों सहित करीब 110 कंपनियों और 10 एलएलपी की जांच के आदेश दिए हैं. इस बीच अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी व उसके मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ कार्रवाई तेज करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने 22 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण जब्त किए हैं.
वहीं, आयकर विभाग ने सात संपत्तियों को कुर्क किया है तो सीबीआई ने उसकी कंपनी के चार वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ की. इस मामले में अब जब्त किए गए रत्न व आभूषणों का कुल मूल्य 5,671 करोड़ रुपये है. मामले की अनेक एजेंसियों द्वारा जांच के बीच आयकर विभाग ने आज मुंबई में गीतांजलि समूह व इसके प्रवर्तक मेहुल चोकसी की सात संपत्तिया जब्त की.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तथा प्रवर्तन निदेशालय ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में करीब 11,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को लेकर अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी और आभूषण कंपनी के खिलाफ शिकायतों के बाद जांच शुरू की है.
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