प्रधानमंत्री ने पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत हितलाभ जारी किए
बच्चों के लिए पीएम केयर्स इस तथ्य का प्रतिंबिंब है कि हर देशवासी अत्यंत संवेदनशीलता के साथ आपके साथ है: प्रधानमंत्री
राष्ट्र उन बच्चों के साथ खड़ा है जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को कोविड-19 में खो दिया है और पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के माध्यम से उनके सुरक्षित भविष्य के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है:श्रीमती स्मृति जूबिन इरानी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम अर्थात बाल योजना के लिए पीएम केयर्स के तहत हितलाभ जारी किए। कार्यक्रम से जुड़े लोगों में केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति जूबिन इरानी, मंत्रिपरिषद के कई अन्य सदस्य और राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उन बच्चों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की जिन्होंने कोरोना के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया है और जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने द्रवित होकर बच्चों से कहा, ‘‘हर दिन का संघर्ष, हर दिन की चुनौतियां। आज जो बच्चे हमारे साथ हैं, जिनके लिए यह कार्यक्रम हो रहा है, उनके दर्द को शब्दों में बयां करना मुश्किल है।’’ उन्होंने उनसे कहा कि वह प्रधानमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य के तौर पर बोल रहे हैं।
प्रधानमंत्री के अभिभाषण के पाठ के लिए लिंक:
https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1829377
ऐसे परिदृश्य में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलों को कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है। बच्चों के लिए पीएम केयर्स इस बात का प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता के साथ आपके साथ है।’’
प्रधानमंत्री ने बताया कि अगर किसी को प्रोफेशनल कोर्स या उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण की जरूरत है तो उसके लिए भी पीएम केयर्स मदद करेगा। अन्य दैनिक जरूरतों के लिए भी अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए हर माह 4 हजार रुपये की व्यवस्था की गई है। बच्चों को 23 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर 10 लाख रुपये के अलावा मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक मदद के लिए आयुष्मान कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा और संवाद हेल्पलाइन के माध्यम से भावनात्मक परामर्श दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने महामारी के सबसे दर्दनाक प्रभाव का इतनी बहादुरी से सामना करने के लिए बच्चों को सलाम किया और कहा कि माता-पिता के प्यार की भरपाई कोई नहीं कर सकता। ‘’कठिनाई की इस घड़ी में मां भारती आप सभी बच्चों के साथ हैं।’’ उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के जरिए देश अपनी जिम्मेदारी निभाने की कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री ने महामारी के दौरान मानवीय करुणा के उदाहरणों को याद किया, विशेष रूप से उन लोगों ने प्रभावित लोगों के कल्याण में कैसे योगदान दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस फंड ने कोरोना काल में अस्पतालों को तैयार करने, वेंटिलेटर खरीदने और ऑक्सीजन प्लांट लगाने में भी काफी मदद की। इससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी और कई परिवारों का भविष्य बचाया जा सका।
प्रधानमंत्री ने कहा कि निराशा के अंधकारमय वातावरण में भी यदि हम स्वयं पर विश्वास करें तो प्रकाश की एक किरण अवश्य दिखाई देती है। उन्होंने हमारे देश को ही इसका सबसे बड़ा उदाहरण बताया। प्रधानमंत्री ने बच्चों को सलाह दी कि निराशा को पराजय में परिणत न होने दें। उन्होंने इन बच्चों को अपने बुजुर्गों और अपने शिक्षक की बात सुनने के लिए कहा। उन्होंने यह भी कहा कि इस कठिन समय में अच्छी किताबें उनका विश्वसनीय दोस्त हो सकती हैं। उन्होंने उन्हें निरोग रहने और खेलो इंडिया एवं फिट इंडिया मूवमेंट में शामिल होने और उनका नेतृत्व करने के लिए भी कहा। उन्होंने उन्हें योग दिवस में भी हिस्सा लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि नकारात्मकता के उस माहौल में भारत ने अपनी ताकत पर भरोसा किया। ‘‘हमें अपने वैज्ञानिकों, अपने डॉक्टरों और अपने युवाओं पर भरोसा था। और, हम दुनिया के लिए चिंता नहीं, आशा की किरण बनकर निकलें। हम समस्या नहीं बनें बल्कि समाधान दाता बनकर सामने आएं। हमने दुनियाभर के देशों को दवाएं और टीके भेजे।’’ इतने बड़े देश में भी हम वैक्सीन को हर नागरिक तक ले गए। उन्होंने कहा कि हमारा देश सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है और दुनिया नई उम्मीद और विश्वास के साथ हमारी ओर देख रही है।
प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की कि आज जब उनकी सरकार अपने 8 वर्ष पूरे कर रही है, देश का विश्वास, देशवासियों का अपने आप में जो विश्वास है वह अभूतपूर्व है। भ्रष्टाचार, हजारों करोड़ के घोटाले, भाई-भतीजावाद, देशभर में फैले आतंकवादी संगठन और क्षेत्रीय भेदभाव से देश उस दुष्चक्र से बाहर निकल रहा है, जिसमें वह 2014 से पहले फंसा था। उन्होंने कहा, ‘‘सबसे कठिन दिन भी बीत जाते हैं।’’
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र उन बच्चों के साथ खड़ा है, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को कोविड-19 महामारी में खो दिया है और पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के माध्यम से उनका भविष्य सुरक्षित करने के लिए उनको हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत हितलाभ हस्तांतरित करना इन बच्चों के लिए एक संदेश है कि राष्ट्र उनकी परवाह करता है, पीएम उनकी परवाह करते हैं।
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