नोएडा। ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले 22वें नेशनल यूथ फेस्टिवल का उद्घाटन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने समारोह में मौजूद तकरीबन 5000 युवाओं को संबोधित किया। पांच दिवसीय नेशनल यूथ फेस्टिवल (12-15 जनवरी) तक चलेगा। इससे पहले योगी आदित्यनाथ उद्घाटन स्थल पर बने मंच पर आए और उन्होंने युवाओं का अभिवादन स्वीकार किया।
प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को योग और खेल का पढ़ाया पाठ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अभी से योग अपना लेना चाहिए। योग से शारीरिक और दिमाग की शांति मिलती है। इससे अच्छे विचार दिमाग में पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को सिद्ध करना होगा। युवा इसमें अहम भूमिका निभाएंगे। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के कार्यों का भी प्रधानमंत्री ने गुणगान किया। युवा अपनी ऊर्जा राष्ट्र निर्माण में लगाए न्यू इंडिया का निर्माण करें।
मोदी ने कहा कि ऊंच नीच के भेदों से ऊपर उठकर राष्ट्र के निर्माण में युवा भूमिका निभाएं। सामाजिक समरसता के साथ आगे बढ़े। भारत में स्टार्टअप क्रांति का आधार बन रहा है। नई स्टार्ट अप को गारंटी दी जा रही है, टैक्स में छूट दी जा रही है। सरकार की तरफ से कानूनी सहायता भी दी जा रही है।
यह जानकारी मैं इसलिए दे रहा हूं कि कॉलेजों से बाहर निकलने के बाद यह जानकारी आपको आगे बढ़ाएगी यही जानकारी आपकी मदद करेगी। आप का विकास करेंगे आप स्वयं रोजगार के लिए प्रेरित करेंगे। दुनिया में हर कोई व्यक्ति मदद और सहयोग से ही आगे बढ़े हैं। विदेश में भारत के नौजवान कंपनियों में जाकर सीईओ चेयरमैन निदेशक आदि के पदों पर बेहतर कार्य कर रहे हैं विदेशों में उनके काम का लोहा मनवाया जा रहा है।
भारत का नागरिक जहां भी जाता है वह अपना और देश का नाम रोशन करता है। उन्होंने कहा कि वह अपने काम का लोहा मनवाता है। प्रधानमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि खेल को वे अपने जीवन का हिस्सा बना लें। उत्तर प्रदेश की कमान युवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कम खिलाड़ी नहीं हैं। ट्विटर के खेल में योगी ने अच्छे-अच्छे खिलाड़ियों को पछाड़ा।
उन्होंने कहा कि मुझे देश के नौजवानों पर पूरा भरोसा है। युवा शक्ति ही देश के उत्थान करेगी, आगे बढ़ाएंगी और देश के सपनों को पूरा करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग कहते हैं कि आज के युवाओं में धैर्य नहीं है, लेकिन मैं कहता हूं कि यही बात आज की पीढ़ी के नौजवानों के लिए उनके गंभीर विषय में सोचने की शक्ति बढ़ रही है जीवन में धैर्य होना जरूरी है। धैर्य इतना भी ना हो कि जीवन में ठहराव आ जाए, निरंतर आगे बढ़ना है मेहनत के साथ कार्य करना है।
युवाओं को पढ़ाया मेक इन इंडिया स्टार्ट अप स्टैंड अप का पाठ
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना स्किल और प्रशिक्षण के रोजगार नहीं मिल पाएगा। केंद्र सरकार का पूरा जो युवाओं में कौशल और स्किल विकास की है। युवा भी अपनी एजुकेशन के साथ अपनी स्किल और कौशल डेवलप करें। केंद्र सरकार सहायता देने को तैयार है, अब तक 700000 युवाओं का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता चुका है। 50000 युवाओं को ट्रेनिंग देने का काम शुरु हो चुका है। प्रधानमंत्री मुद्रा के तहत 10000 करोड़ के लोन स्वीकृत किए गए हैं।
लोगों को बिना बैंक गारंटी के चार लाख करोड़ से भी ज्यादा का कर्ज दिया जा चुका है। सरकार आगे भी कर्ज देगी, युवा आगे आएं। सरकार से और बैंकों से कर्ज लेकर रोजगार पैदा करें और सपने पूरे करें। देश का नौजवानों पर सरकार और मेरा और देश की सवा करोड़ जनता का भरोसा है आप जो ठान लोगो उसे पूरा करोगे। आपको देश की सवा सौ करोड़ की जनता के सपने पूरे करने होंगे।
देश का युवा सामर्थ है ऊर्जावान है
मैं विश्वास दिलाता हूं कि जिस बात से आपको पीड़ा होती है उस बात को बदल डालिए, इसमें आपका साथ दूंगा। आप के बदलाव के संकल्प को पूरा कराएंगे। नोएडा ग्रेटर नोएडा का नाम भी गौतमबुद्ध नगर जिला है। प्रधानमंत्री ने गौतमबुद्ध से जुड़ा एक किस्सा सुनाना शुरू किया। कौरव पांडव एक ही गुरु के शिष्य थे, एक जैसी शिक्षा मिली, लेकिन दोनों के संकल्प अलग अलग थे। यही वजह थी कि उनमें टकराव हुआ और महाभारत हुई।
आपको भी एक जैसी शिक्षा मिलेगी और एक गुरु मिलेगा, लेकिन संकल्प अलग-अलग लेना होगा, जो करना है आपको खुद करना है, आप किस रास्ते पर जाना चाहते हैं इसका संकल्प लें, संकल्प लोगे तभी आगे बढ़ पाओगे।
आजादी के दीवानों ने जिस भारत का सपना देखा था उस सपने को हमें मिलकर पूरा करना है। जब हम श्रेष्ठ भारत को जिएंगे तो उसके लिए हमें संकल्प भी लेना होगा। प्रधानमंत्री से युवाओं से किया आह्वान कि जब आप कमरे में सोने के लिए जाए तो कुछ पल जरूर सोचिए। जिसे आप बदलना चाहते हैं क्या नया करना चाहते हैं क्या चीज बदलनी चाहिए। स्कूल में, कॉलेज में, मोहल्ले में, परदेस में और देश में आपको यह लगे कि यह ठीक नहीं है यह बदला जाना चाहिए। बदलाव की दृढ़ इच्छा होनी चाहिए, विचार आता है और मन में पीड़ा होती है।
एक बार इसको गहराई से सोचिए। हमें तय करना है कि आखिर संकल्प क्या है आख़िर सिद्ध हमें क्या करना है। देश 2022 में अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे कर रहा है। हमने आजादी के बारे में सिर्फ किताबों में पढ़ा और सुना है। नौजवान साथियों हमने स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया, क्योंकि हम देश आजाद होने के बाद पैदा हुए। अब हम सब की जिम्मेदारी है कि हमें वे सपने पूरे करने हैं जो आजादी के दीवानों ने देखे थे।
ब्रिटिश पुलिस आजादी के दीवानों पर गोलियां चलाती थी, कोड़े बरसाती थी उन्हें जेल में बंद कर देती थी। थोड़ी देर पहले इसरो ने pclv का सफल सफल परीक्षण किया है। इसरो ने एक और रिकॉर्ड कायम किया है। सैटेलाइट प्रेक्षण में सेंचुरी बनाई है। इससे जमीनी जानकारी मिलने में कामयाबी मिलेगी। मेरी पूरी इच्छा थी कि मैं आपके बीच आऊं और आपके बीच आपसे बातचीत करूं।
मैं खुद आपके बीच इसलिए आना चाहता था, लेकिन काम की व्यस्तता के चलते मैं नहीं आ सका। ऐसे में तकनीकी का सहारा लेकर आपसे बात कर रहा हूं। एक भारत का श्रेष्ठ भारत का दिव्य भारत का चित्र उभर कर आ रहा।
बोले योगी, युवाओं ने हर युग में मुश्किल को किया है आसान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर काल में देश का युवा सक्षम रहा है। उसने हर युग में समाज को एक नई दिशा और दशा दी है। इस देश में युवा के ताकत के रूप में रहा है। भारत की युवा शक्ति और भारत के युवाओं की ताकत का पूरा विश्व लोहा मानता है। 21वीं सदी में युवाओं के चलते भारत महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने युवाओं को यह भरोसा दिलाया कि देश में सभी योजनाओं के पूरा होने के बाद देश का कोई युवा बेरोजगार नहीं रहेगा। योगी ने कहा कि यह कुछ कर गुजरने की अवस्था होती है। युवा अवस्था परिवर्तन की अवस्था है। युवा केवल सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने का प्रयास करता है। उसके सामने कभी असफलता नजर नहीं आती है।
देश को समझना है तो विवेकानंद को जानें
इस मौके पर उन्होंने विवेकानंद को याद करते हुए कहा कि वह युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं। अगर इस देश को समझना है तो विवेकानंद को जानना होगा। भारत के आने वाली डेढ हजार वर्षों के चिंतन के बारे में यदि किसी ने देखा ओर सोचा तो वह स्वामी विवेकानंद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री निश्चित रूप से स्वामी विवेकानंद के चिंतन और सपनों को साकार करने में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन मात्र 39 वर्ष था, लेकिन इन 39 वर्षों में इन्होंने अपने को साबित किया। महत्वपूर्ण यह नहीं है कि व्यक्ति कितना जीता है, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि उसके जीने का तरीका क्या है, उसने क्या किया और राष्ट्र के लिए क्या किया ? स्वामी विवेकानंद ने देश और दुनिया के सामने आदर्श प्रस्तुत किया था भारत के वेदों का वेदांत का। उन्होंने जो वैज्ञानिक व्याख्या की थी उस से पूरी दुनिया को जोड़ने का प्रयास किया।
देश दुनिया के सामने सनातन संस्कृति को भारत की वैदिक परंपरा को भारत के वेदांत कि इस परंपरा को वैज्ञानिक व्याख्या करने वाले एक आदर्श भारत की परंपरा के प्रति स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा महोत्सव के रूप में मनाता है। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए यह बहुत ही लाभकारी है, क्योंकि इस महोत्सव में मुझे जो देखने को मिल रहा है कि लगभग आधे से अधिक संख्या केवल हमारी बालिकाओं की है-हमारी बहनों की है।
2022 तक एक श्रेष्ठ भारत के निर्माण का संकल्प
प्रधानमंत्री ने युवाओं के लिए मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्ट अप-स्टैंड अप योजना का प्रारंभ किया। प्रधानमंत्री की योजनाओं से युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का और स्वयं रोजगार के तमाम अवसर मिलेंगे। संकल्प से सिद्धि का मंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को दिया है। उन्होंने जोरदेकर कहा कि भारत के निर्माण के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में संकल्प लेना है। भारत गरीबी से मुक्त हो, गंदगी से दूर हो, भ्रष्टाचार से, आतंकवाद से, नक्सलवाद से और अत्याचारों से मुक्त हो। हमें भेदभाव से मुक्त हो हमे ऐसे भारत का निर्माण करना है।
तकनीकी शिक्षा पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को तकनीकी पर जोर देना होगा। इसी से देश का उद्धार होगा। युवाओं के पास बेहतरीन आइडिया है। इन आइडिया को समाज और देश के उत्थान में लगाया जाना चाहिए। विकास के लिए विज्ञान आवश्यक है, लेकिन विज्ञान की कुरीतियों को दूर करने के लिए हमें स्वामी विवेकानंद की शरण में जाना पड़ेगा।
याद आए बोस, भगत, बिस्मिल, राम और कृष्ण
युवा क्रांतिकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार भगत सिंह और राम प्रसाद बिस्मिल इन सबकी उम्र भी बहुत कम थी। इन्होंने युवावस्था में ही देश की आजादी की अलख जगा दी थी। गुरु गोविंद सिंह जी ने भी युवा व्यवस्था में ही अलख जगाई थी। छत्रपति शिवाजी महाराज महाराणा प्रताप का सौरव भी युवावस्था में समूचे देश के सामने है।
मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने एक संकल्प लिया था कि देश को अत्याचार अन्याय से मुक्त करने का संकल्प था। भगवान रामचंद्र जी संकल्प लेने के समय युवा थे। भगवान श्री कृष्ण ने कंस के अत्याचार से मुक्त करने का संकल्प लिया था। भगवान रामचंद्र और श्री कृष्ण भगवान ने अत्याचार और अन्याय से देश को मुक्त कराया था। शंकराचार्य जी ने 32 वर्ष की उम्र में समूचा देश का भ्रमण किया था। संत ज्ञानेश्वर ने मात्र 16 वर्ष की उम्र में ज्ञानेश्वरी की स्थापना कर दी थी, मात्र 21 वर्ष की उम्र में उन्होंने समाधि ले ली थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात कि यहां का युवा पूरी ऊर्जा के साथ अपने कंधों पर भार उठाने को तैयार है। यह भारत के लिए अच्छी तस्वीर है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी की सिद्धि से संकल्प की ओर प्रेरित कर रहा है। मध्य भारत और दक्षिण से भारत से आए युवाओं के लिए आज का मौसम यह जटिल है, क्योंकि यहां पर भीषण शीत लहर चल रही है। युवा अपनी ऊर्जा का एहसास कराते हैं वह किसी भी विषम परिस्थिति से पीछे नहीं हटते।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न राज्यों के युवाओं के नजदीक जाकर उनसे की बातचीत
अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर युवाओं ने ‘योगी जिंदाबाद’ के नारे भी लगाए।
नेशनल यूथ फेस्टिवल के लिए गौतमबुद्ध विवि परिसर शुक्रवार सुबह से ही दुल्हन की तरह सज कर तैयार है। कार्यक्रम में देश भर के करीब पांच हजार युवा शामिल हैं। शुक्रवार सुबह से यहां पर पहुंचे युवा अपने राज्यों की पोषाक के साथ नजर आ रहे हैं।
युवाओं खासकर छात्राओं को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है, जैसे पूरा भारत एक ही जगह पर सिमट आया हो।
यह है सीएम योगी का कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नई दिल्ली स्थित यूपी सदन से सुबह 10:20 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा वह 11:30 बजे जीबीयू पहुंचेंगे। 11:40 पर मुख्यमंत्री जीबीयू के इंटरनेशनल गेस्ट हाउस और 11:55 बजे वह कार्यक्रम स्थल विश्वविद्यालय के इंडोर स्टेडियम पहुंचेंगे। दोपहर 12 बजे वह कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। योगी 12:45 पर हेलीकॉप्टर से हिंडन एयरपोर्ट गाजियाबाद के लिए रवाना हो जाएंगे।
इससे पहले मेरठ मंडलायुक्त एवं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रभात कुमार ने तैयारियों का जायजा लेकर अफसरों को दिशा-निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़ा गौतमबुद्ध विवि परिसर
वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए परिसर को प्रधानमंत्री कार्यालय से जोड़ दिया गया है। उद्घाटन कार्यक्रम विवि परिसर के इंडोर स्टेडियम में होगा। जहां पर एक साथ लगभग पांच हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री के लिए स्टेडियम में ही मंच तैयार किया गया है।
News Source :- www.jagran.com
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