प्रधानमंत्री ने गुजरात में वलसाड के धर्मपुर में श्रीमद् राजचंद्र अस्पताल का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री ने श्रीमद् राजचंद्र सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वीमेन और श्रीमद् राजचंद्र पशु अस्पताल, वलसाड, गुजरात की आधारशिला भी रखी
“नया अस्पताल स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में ‘सबका प्रयास’ की भावना को मजबूत करता है”
“देश की नारीशक्ति को ‘राष्ट्रशक्ति’ के रूप में सामने लाना हम सभी का दायित्व है”
“महिला, जनजातीय लोगों, वंचित वर्ग के सशक्तिकरण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले लोग देश की चेतना को जीवित रख रहे हैं”
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गुजरात के वलसाड जिले में श्रीमद् राजचंद्र मिशन, धर्मपुर की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि अस्पताल की परियोजनाएं महिलाओं और समाज के अन्य जरूरतमंद वर्गों के लिए बहुत बड़ी सेवा साबित होंगी। उन्होंने श्रीमद् राजचंद्र मिशन की मौन सेवा भावना की प्रशंसा की।
मिशन के साथ अपने लंबे जुड़ाव को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने उनकी सेवा के रिकॉर्ड की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के आज के समय में कर्तव्य की भावना समय की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने गुजरात में ग्रामीण स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूज्य गुरुदेव के नेतृत्व में श्रीमद् राजचंद्र मिशन द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नए अस्पताल से गरीबों की सेवा के लिए मिशन की प्रतिबद्धता और मजबूत होती है। यह अस्पताल और अनुसंधान केंद्र सभी के लिए सस्ती गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा को सुलभ बनाएगा। उन्होंने कहा, “यह ‘अमृत काल’ में स्वस्थ भारत की परिकल्पना को बल देने वाला है। यह स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सबका प्रयास (सभी के प्रयास) की भावना को भी मजबूत करता है।”
प्रधानमंत्री ने दोहराते हुए कहा, “आजादी के अमृत महोत्सव में देश अपनी उन संतानों को याद कर रहा है, जिन्होंने भारत को गुलामी से बाहर निकालने के लिए प्रयास किए। श्रीमद् राजचंद्र जी ऐसे ही संत थे जिनका एक विराट योगदान इस देश के इतिहास में है।” उन्होंने श्रीमद् राजचंद्र जी के लिए महात्मा गांधी द्वारा की गई सराहना के बारे में भी बताया। उन्होंने श्रीमद् के कार्य को जारी रखने के लिए श्री राकेश जी के प्रति आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे लोग जिन्होंने अपना जीवन महिला, जनजातीय लोगों और वंचित तबके के सशक्तिकरण के लिए समर्पित कर दिया है, वे देश की चेतना को जीवित रख रहे हैं। महिलाओं के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के रूप में बड़े कदम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रीमद् राजचंद्र जी तो शिक्षा और कौशल से बेटियों के सशक्तिकरण के बहुत आग्रही थे। उन्होंने बहुत कम आयु में ही महिला सशक्तिकरण पर गंभीरता से अपनी बातें रखीं। उन्होंने कहा कि देश की नारीशक्ति को आजादी के अमृतकाल में राष्ट्रशक्ति के रूप में सामने लाना हम सभी का दायित्व है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आज बहनों-बेटियों के सामने आने वाली हर उस अड़चन को दूर करने में जुटी है, जो उसे आगे बढ़ने से रोकती है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज भारत स्वास्थ्य की जिस नीति पर चल रहा है उसमें हमारे आसपास के हर जीव के आरोग्य की चिंता है। भारत मनुष्य-मात्र की रक्षा करने वाले टीकों के साथ ही पशुओं के लिए भी राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान चला रहा है।
परियोजना के बारे में
वलसाड के धर्मपुर में श्रीमद् राजचंद्र अस्पताल की परियोजना की लागत लगभग 200 करोड़ रुपये है। यह अत्याधुनिक चिकित्सा बुनियादी ढांचे के साथ 250 बिस्तरों वाला मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल है, जो विशेष रूप से दक्षिणी गुजरात क्षेत्र के लोगों को विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगा।
श्रीमद् राजचंद्र पशु चिकित्सालय 150 बिस्तरों वाले अस्पताल को लगभग 70 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया जायेगा। अस्पताल में शीर्ष श्रेणी की सुविधायें एवं पशु चिकित्सकों और सहायक कर्मचारियों की एक समर्पित टीम मौजूद होगी। अस्पताल पशुओं की देखभाल और रख-रखाव के लिए पारंपरिक चिकित्सा के साथ-साथ समग्र चिकित्सा देखभाल प्रदान करेगा।
श्रीमद् राजचंद्र सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वीमेन का निर्माण 40 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा। इसमें मनोरंजन के लिए सुविधाएं, आत्म-विकास सत्रों के लिए कक्षाएं, विश्राम क्षेत्र आदि की व्यवस्था होगी। यह 700 से अधिक जनजातीय महिलाओं को रोजगार देगा और बाद में हजारों अन्य लोगों को आजीविका प्रदान करेगा।
Comments are closed.