गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा
प्रधानमंत्री ने पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान, ठाकुर रौशन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका कल बलिदान दिवस है
“गंगा एक्सप्रेस-वे यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा”
“जब पूरा यूपी एक साथ बढ़ता है तो देश आगे बढ़ता है; इसलिए डबल इंजन की सरकार का फोकस यूपी के विकास पर है”
“जो भी समाज में पीछे है, पिछड़ा हुआ है, उसे सशक्त करना, विकास का लाभ उस तक पहुंचाना, हमारी सरकार की प्राथमिकता है; यही भावना हमारी कृषि नीति में, किसानों से जुड़ी नीति में भी दिखती है”
“पूरे यूपी की जनता कह रही है- यूपी प्लस योगी, बहुत है उपयोगी – U.P.Y.O.G.I.”
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री श्री बी एल वर्मा व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री ने काकोरी कांड के क्रांतिकारियों, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान और रौशन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की। प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम के कवियों, दामोदर स्वरूप ‘विद्रोही’, राज बहादुर विकल और अग्निवेश शुक्ल को स्थानीय बोली में श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने कहा, “कल ही पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान, ठाकुर रौशन सिंह का बलिदान दिवस है। अंग्रेजी सत्ता को चुनौती देने वाले शाहजहांपुर के इन तीनों सपूतों को 19 दिसंबर को फांसी दी गई थी। भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले ऐसे वीरों का हम पर बहुत बड़ा कर्ज है।“
प्रधानमंत्री ने कहा कि माँ गंगा सारे मंगलों की, सारी उन्नति प्रगति की स्रोत हैं। मां गंगा सारे सुख देती हैं, और सारी पीड़ा हर लेती हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेस-वे भी यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा। एक्सप्रेस-वे, नए हवाई अड्डों और रेल-मार्गों के नेटवर्क का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह राज्य के लिए पांच वरदानों का स्रोत होगा। पहला वरदान- लोगों के समय की बचत। दूसरा वरदान- लोगों की सहूलियत में बढोतरी, सुविधा में बढोतरी। तीसरा वरदान- यूपी के संसाधनों का सही उपयोग। चौथा वरदान- यूपी के सामर्थ्य में वृद्धि। पांचवा वरदान- यूपी में चौतरफा समृद्धि।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज जो आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर बन रहा है, वो ये दिखाता है कि संसाधनों का सही उपयोग कैसे किया जाता है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, “आप लोगों ने भली-भांति यह देखा है कि पहले जनता के पैसे का क्या-क्या इस्तेमाल हुआ। लेकिन आज उत्तर प्रदेश के पैसे को उत्तर प्रदेश के विकास में लगाया जा रहा है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि जब पूरा उत्तर प्रदेश एक साथ बढ़ता है, तो देश आगे बढ़ता है। इसलिए डबल इंजन की सरकार का फोकस उत्तर प्रदेश के विकास पर है। उन्होंने कहा, “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र के साथ हम उत्तर प्रदेश के विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।” प्रधानमंत्री ने पांच साल पहले की स्थिति की ओर लोगों का ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा, “राज्य के कुछ इलाकों को छोडकर, अन्य शहरों और गांव-देहात में बिजली ढूढ़े नहीं मिलती थी। डबल इंजन की सरकार ने न सिर्फ उत्तर प्रदेश में करीब 80 लाख मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए, बल्कि हर जिले को पहले से कई गुना ज्यादा बिजली दी जा रही है।” उन्होंने कहा कि 30 लाख से अधिक गरीब लोगों को पक्के मकान मिले हैं और यह अभियान शेष सभी पात्र लाभार्थियों को कवर करने के लिए जारी रहेगा। शाहजहांपुर में भी 50 हजार पक्के मकान बने।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब दलितों, वंचितों और पिछड़ों के विकास को इस स्तर पर प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा, “जो भी समाज में पीछे है और पिछड़ा हुआ है, उस तक विकास का लाभ पहुंचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। यही भावना हमारी कृषि नीति में और किसानों से जुड़ी नीति में भी दिखाई देती है।”
प्रधानमंत्री ने देश की विरासत के साथ-साथ देश के विकास के काम से भी ईर्ष्या करने वाली मानसिकता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ऐसे संगठन गरीब और आम लोगों को अपने ऊपर निर्भर रखना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “इन लोगों को काशी में बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम बनने से दिक्कत है। इन लोगों को अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से दिक्कत है। इन लोगों को गंगा जी के सफाई अभियान से दिक्कत है। यही लोग हैं जो आतंक के आकाओं के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं। यही लोग हैं जो भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन को कटघरे में खड़ा कर देते हैं।” उन्होंने राज्य में खराब कानून व्यवस्था की स्थिति की याद दिलाई जो हाल के दिनों में बदलकर बेहतर हुई है। प्रधानमंत्री ने U.P.Y.O.G.I – यूपी प्लस योगी बहुत है उपयोगी– का सूत्र दिया।
इस एक्सप्रेस-वे के पीछे देश भर में तेज गति से कनेक्टिविटी प्रदान करने की प्रधानमंत्री की प्रेरक दृष्टि है। कुल 594 किलोमीटर की लंबाई वाला छह लेन का यह एक्सप्रेस-वे 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जाएगा। मेरठ के बिजौली गांव के निकट से शुरू होकर यह एक्सप्रेस-वे प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव के निकट तक जाएगा। यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। काम पूरा होने पर यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी इलाकों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। शाहजहांपुर में इस एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के विमानों के आपात्कालीन टेक ऑफ और लैंडिंग में सहायता के लिए 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी भी बनाई जाएगी। इस एक्सप्रेस-वे के किनारे पर एक औद्योगिक गलियारा भी बनाने का प्रस्ताव है।
यह एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास, व्यापार, कृषि, पर्यटन आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों को भी गति प्रदान करेगा। यह इस इलाके के सामाजिक-आर्थिक विकास को व्यापक रूप से बढ़ावा देगा।
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