न्यूज़ डेस्क : कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए कई जगह पर प्लाज्मा का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके तहत कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों के शरीर से प्लाज्मा लेकर दूसरे मरीज को दिया जाता है। हालांकि इस प्रयोग को पूर्ण सफलता नहीं मिली है लेकिन फिर भी आपातकालीन स्थिति में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। यही कारण है कि प्लाज्मा डोनर की मांग भी काफी बढ़ी है।
अब प्लाज्मा डोनर को आगे आकर मदद करने के लिए गोवा सरकार ने एक नई योजना शुरू की है। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 से ठीक होने वाले वे मरीज जो प्लाज्मा दान करेंगे, उन्हें एक वर्ष का नि: शुल्क चिकित्सा उपचार और नि: शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण दिया जाएगा।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि यह कदम प्लाज्मा दान करने के लिए और अधिक लोगों को प्रेरित करना है। राणे ने कहा कि यह एक ऐसी चिकित्सा है जो कोविड-19 रोगियों के इलाज में अच्छे परिणाम दिखा रही है।
राणे ने बताया कि राज्य में कोविड-19 केंद्रों को वर्तमान में कम से कम 1,000 बैग प्लाज्मा की जरूरत है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों और कोविड-19 केंद्रों में काम करने वाले 21 डॉक्टर और 23 इंटर्न डॉक्टर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
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