नई दिल्ली : द्वारका जिले के बाबा हरिदास नगर इलाके में कर्ज से परेशान शख्स ने अपने 7 साल के बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी और भाग गया। मासूम की शिनाख्त दीपक (7) के रूप में हुई है।
कंबल से नाक-मुंह दबाने के अलावा दीपक के गले में रस्सी लिपटी मिली है। उसके मुंह में दवाएं ठूंसे जाने का भी पता चला है। पुलिस ने दीपक की मां प्रेमलता की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य राज्यों में आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है।
– क्या है मामला
पुलिस का कहना है कि दीपक अपने परिवार के साथ आरजेड-79, बी-ब्लॉक गोपाल नगर, नजफगढ़ में रहता था। इसके परिवार में पिता ओमप्रकाश (48) और मां प्रेमलता (42) हैं। ओमप्रकाश रेहड़ी पर सब्जी बेचता है। शुक्रवार सुबह पुलिस को राव तुलाराम अस्पताल से सूचना पर पहुंची पुलिस ने सात साल के बच्चे का शव कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
अस्पताल में मौजूद दीपक की मां प्रेमलता ने पुलिस को बताया कि उसके पति ओमप्रकाश ने बेटे की हत्या की है। उसने बताया कि 25 साल पहले उसकी शादी ओमप्रकाश से हुई थी। ओमप्रकाश की यह दूसरी शादी थी। 16 साल बाद दीपक पैदा हुआ। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे प्रेमलता अपने बेटे को ओमप्रकाश के पास छोड़कर पड़ोस में गई।
कुछ देर बाद जब वह लौटी तो उसने देखा कि ओमप्रकाश दीपक का कंबल से मुंह दबा रहा था। प्रेमलता के शोर मचाने पर ओमप्रकाश उसे छोड़कर भाग गया। प्रेमलता ने कंबल हटाया तो दीपक बेहोश पड़ा था। उसके गले पर पतली रस्सी लिपटी हुई थी। वहीं, उसके मुंह में कुछ दवाएं भी ठूंसी हुई थी। प्रेमलता मासूम को लेकर अस्पताल पहुंची,
जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरूआती जांच में पता चला कि ओमप्रकाश पर करीब दो लाख रुपये का कर्ज था। इसके लिए वह प्रेमलता और अपने बेटे को जिम्मेदार मानता था। इस बात को लेकर घर में अक्सर झगड़ा होता था। प्रेमलता का आरोप है कि इसी वजह से उसने गुस्से में बेटे की हत्या की है।
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