15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलेगा संसद का शीतकालीन सत्र, इन मुद्दों पर हंगामा संभव

नई दिल्ली। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने 14 दिसंबर को संसद की लाइब्रेरी में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से ठीक पहले ये बैठक होगी। मंत्री अनंत कुमार ने जानकारी देते हुए कहा ‘संसद का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलेगा। सत्र के 14वें दिन क्रिसमस की छुट्टी होगी, जिस कारण कार्यवाही नहीं होगी।’

विपक्ष ने भी अपनी रणनीति को तय करने के लिए 14 दिसंबर को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में ये बैठक होगी, जिसमें सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की जाएगी।

हंगामेदार होगा शीतकालीन सत्र 
संसद के आगामी सत्र के हंगामेदार होने की उम्मीद है, क्योंकि कांग्रेस कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेती नजर आ सकती है। संभावना है कि इस सत्र में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमलावर होगी। कांग्रेस शुरुआत से ही जीएसटी को लागू करने के फैसले को जल्दबाजी में लिया गया कदम बताती आई है। ऐसे में शीतकालीन सत्र में एनडीए सरकार को कांग्रेस का विरोध झेलना पड़ सकता है।

राफेल पर बवाल की संभावना 
पूरी उम्मीद है कि बतौर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मोदी सरकार पर चौतरफा हमला बोलते दिखेंगे। कांग्रेस भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार पर राफेल समझौते में घोटाले का आरोप लगाती आई है। ऐसे में ये मुद्दा भी संसद में गरमा सकता है। इन सबके अलावा आगामी संसद के सत्र में कई महत्‍वपूर्ण बिलों पर भी चर्चा होने की संभावना है।

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