चंडीगढ़। हरियाणा के बीकॉम और एमकॉम पास युवाओं के लिए खुशखबरी है। इन युवाओं के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अब रोजगार का जरिया बनेगा। ऐसे हजारों युवाओं को जल्द ही नौकरी मिलेगी। इसके लिए ‘सक्षम युवा योजना’ के तहत पंजीकृत बीकॉम और एमकॉम पास युवाओं को सरकार जीएसटी की ट्रेनिंग देकर फील्ड में उतारेगी। इससे व्यापारियों और उद्यमियों को रिटर्न भरने में भी सहूलियत होगी।
15 को हिसार से होगी प्रशिक्षण की शुरुआत, उद्योगों को मिलेगा स्किल्ड स्टॉफ
युवाओं को जीएसटी की ट्रेनिंग देने की शुरुआत 15 दिसंबर को हिसार से होगी। पहले चरण में हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय द्वारा 18 दिन की जीएसटी की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके तहत 75 जीएसटी मास्टर ट्रेनर और एक हजार जीएसटी अकाउंट असिस्टेंट तैयार किए जाएंगे।
18 दिन की ट्रेनिंग से बनेंगे 75 मास्टर ट्रेनर और एक हजार अकाउंट असिस्टेंट
राज्य के उद्योग एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि बीकॉम और एमकॉम पास युवाओं को ट्रेनिंग लेकर रोजगार पाने का सुनहरा मौका होगा। इससे जहां हजारों युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे, वहीं औद्योगिक इकाइयों को भी स्किल्ड स्टॉफ मिल पाएगा।
औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री ने कहा कि अगले कुछ समय में ही रोजगार परक शिक्षा के जरिये स्किल डेवलपमेंट और रोजगार के अवसर पैदा करने में हरियाणा पूरे देश में पहले नंबर पर होगा। युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए हरियाणा कौशल विकास विश्वविद्यालय औद्योगिक इकाइयों और विश्वविद्यालयों के साथ लगातार एमओयू साइन कर रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के साथ ही प्रदेश सरकार दूसरे राज्यों से भी तकनीकी शिक्षा और स्किल ट्रेनिंग साझा करने के लिए तैयार है। छोटे-छोटे कोर्सों के जरिये नौकरी और स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा।
आइटीआइ पास कर सकेंगे पीजी : गोयल
” जल्द ही कौशल विकास विश्वविद्यालय में आइटीआइ पास युवाओं को ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने का भी मौका मिलेगा। इससे वे सिर्फ मजदूर न बनकर बड़े पदों पर भी नौकरी कर पाएंगे। कौशल विकास विश्वविद्यालय बनाने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। युवाओं का मुकद्दर बदलने के लिए इसे एक आदर्श विश्वविद्यालय बनाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
– विपुल गोयल, उद्योग एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री, हरियाणा।
News Source: jagran.com
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