सऊदी अरब को लेकर दिया गए बयान के कारण जा सकती है पाकिस्तान विदेश मंत्री की कुर्सी

न्यूज़ डेस्क : पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को अपने पद से हाथ धोना पड़ सकता है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि मानवाधिकार मंत्री शीरीन मजारी उनकी जगह ले सकती हैं। माना जा रहा है कि सरकार के ऐसा करने के पीछे की वजह कुरैशी के सऊदी अरब को लेकर दिया गया बयान है। 

 

 

दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ कड़ा रुख नहीं अपनाने के लिए सऊदी अरब के नेतृत्व वाले संगठन ‘इस्लामिक सहयोग संगठन’ (ओआईसी) को सख्त चेतावनी दी थी। कुरैशी ने कहा था, यदि आप इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं, तो मैं प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में उन इस्लामिक देशों की बैठक बुलाने के लिए मजबूर हो जाऊंगा जो कश्मीर के मुद्दे पर हमारे साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं।  

 

 

वहीं, रविवार को शीरीन मजारी ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री कुरैशी को निशाने पर लेते हुए कहा, कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री इमरान खान अकेले पड़ गए हैं, वह इस मुद्दे पर अकेले लड़ रहे हैं, लेकिन विदेश मंत्रालय की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा, अगर पीएम को विदेश मंत्रालय का साथ मिले तो हालात कुछ और हो सकते थे।  

 

 

दूसरी तरफ, रविवार को सऊदी अरब से बिगड़ते रिश्तों को सुधारने के लिए पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज रियाद जा रहे हैं। गौरतलब है कि हाल ही में, सऊदी अरब ने पाकिस्तान को बड़ा झटका देते हुए तेल की आपूर्ति और लोन देने से मना कर दिया है। इसके पीछे की वजह कुरैशी के बयान को बताया गया है। 

 

मानवाधिकार मंत्री शीरीन मजारी ने खुले तौर पर विदेश मंत्रालय की आलोचना की है और कहा कि हमारे विदेश मंत्रालय ने कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री इमरान खान और कश्मीरी आवाम को नीचा दिखाया है। 

 

उनके इस बयान को सऊदी को शांत करने के लिए कुरैशी को बदलने के पहले कदम के रूप में देखा जा रहा है। मजारी का बयान बताता है कि इमरान खान सरकार सार्वजनिक रूप से विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के कार्यों और बयानों से दूर रहना चाह रही है।  

 

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