भारत में स्मार्ट ट्रांसपोर्ट (परिवहन) और स्मार्ट मोबिलिटी (गतिशीलता) के लिए नोएडा मेट्रो परियोजना में ऑरियनप्रो पायोनियर्स द्वारा स्थापित स्वचालित किराया संग्रह यानि ऑटोमेटेड फेयर कलेक्शन (एएफसी) प्रणाली एक बड़ा कदम है। एएफसी प्रणाली ओपन लूप टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जिसमें ऑरियनप्रो को बाजार में सबसे अग्रणी माना जाता है।
नोएडा मेट्रो परियोजना का उद्घाटन हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बहुत ही धूमधाम और उत्साह के साथ किया गया। इस दौरान ऑटोमेटेड फेयर कलेक्शन (एएफसी) प्रणाली का कार्यान्वयन, लॉन्च का मुख्य आकर्षण बना। ऑरियनप्रो द्वारा लागू ओपन लूप टिकटिंग अवधारणा भारत में अनोखी है। अब लाइन की झंझट के बिना यात्री क्यूआर-कोड टिकट और रुपे (त्नच्ंल) संपर्क रहित स्मार्ट कार्ड खरीद सकते हैं। इसके अलावा वे मेट्रो की सवारी करने के लिए मोबाइल टिकटिंग एप्लिकेशन का उपयोग कर टिकट के शुल्क का भुगतान भी कर सकते हैं। इस नई तकनीक के तहत नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (छडत्ब्) लागत पर बचत कर सकेगा। इसके साथ ही कार्ड का इस्तेमाल करना, संरक्षित रखना और समर्थन करना बहुत आसान होगा। ऑरियनप्रो ने एएफसी के तहत टिकट बिक्री के क्षेत्र में एक नए युग की अवधारणा प्रदान की है, जहां भारतीय स्टेट बैंक और एनएमआरसी द्वारा जारी कार्ड का उपयोग न केवल टिकट के लिए किया जा सकता है, बल्कि सभी प्रकार की खरीददारी के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकेगा। यह कार्ड ईएमवी ध् रुपे (म्डट ध् त्नच्ंल) मानक के अंतर्गत है।
सभी यात्री अब भी जनरेट किए गए क्यूआर कोड के रूप में मासिक पास और टिकट खरीद सकेंगे, जिन्हें बोर्ड की टिकट मशीनों के साथ-साथ स्टेशन के विभिन्न गेटों पर मुद्रित किया और पढ़ा जा सकेगा।
भारत में स्मार्ट ट्रांसपोर्ट और स्मार्ट मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक ध् निजी भागीदारी के तहत एएफसी स्थापना को लागू किया गया है, जिसमें सहायता संघ के रूप में भारतीय स्टेट बैंक, एससी सॉफ्ट एंड ऑरियनप्रो और एनएमआरसी के बीच करार किया गया है। एक प्रमुख प्रौद्योगिकी भागीदार होने के नाते ऑरियनप्रो ने इस प्रतिष्ठित परियोजना को 9 महीनों के रिकॉर्ड समय में पूरा किया है और कई परियोजनाओं के अधिग्रहण और कार्यान्वयन में अपनी ताकत को मजबूती के साथ पेश किया है। पहली बार भारत में यानि नोएडा में, क्यूआर-कोड-आधारित टिकटिंग एएफसी प्रणाली मेट्रो के लिए वर्तमान में स्थापित किए गए अनधिकृत टोकन – आधारित प्रणाली की तुलना में प्रभावी साबित होगी।
इसके अलावा, रुपे ध् ईएमवी मानक हेतुइन कार्ड आधारित भुगतानों को आगे बढ़ाते हुए मेट्रो, बसों, पार्किंग स्थलों आदि पर विभिन्न प्रकार के परिवहन साधनों के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग किया जा सकेगा। इससे समय की बचत, सुविधा और लागत प्रभावशीलता के साथ अपनी यात्रा को सरल और सहज बनाने के लिए यात्रियों को परिवहन के विभिन्न साधनों के लिए एक से अतिरिक्त टिकट या कार्ड खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी।
इस अनोखे पहल को लेकर गर्व व्यक्त करते हुए और इसके बारे में अतिरिक्त जानकारी देते हुए, ऑरियनप्रो के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक श्री परेश जावेरी ने कहा, “नोएडा मेट्रो में एएफसी प्रणाली को लागू करते हुए हम इसके एक अभिन्न अंग बन गए हैं। इससे कैशलेस लेन-देन का माध्यम और भी आसान एवं पूर्ण रूप से सक्षम हो जाएगा। आने वाले समय में, यह क्यूआर-कोड-आधारित भुगतान प्रणाली विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्मों पर भी इस्तेमाल के लिए तैयार किए जाएंगे। इससे अंततः पेपरलेस टिकटिंग को बढ़ावा मिलेगा। ष्
श्री जावेरी ने आगे कहा कि “हमें एनएमआरसी के साथ जुड़े होने पर गर्व है। ऑरियनप्रो ने अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों के लिए एनएमआरसी के श्एक कार्ड एक शहरश् के विजन को प्राप्त करने में सफलतापूर्वक योगदान दिया है। आने वाले दिनों में, हमारा प्रयास ऐसी सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए प्रौद्योगिकी भागीदार बनना और हमारे देश के विकास के एजेंडे में भाग लेना होगा।”
इस दौरान 2 डी (क्यूआर) टिकट के लिए मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च किया गया, जिसे नोएडा मेट्रो टिकट कहा जाता है। इसके माध्यम से उपभोक्ता अपने ट्रांजिट किराया का भुगतान कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, इस ऐप से उपभोक्ता टिकट बुकिंग, यात्रा की योजना, ट्रेन के आगमन का समय और सेवा अलर्ट की जानकारी जैसी अन्य सेवाओं का भी लाभ उठा सकते हैं।
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