न्यूज़ डेस्क : तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और रूस सहित अन्य सहयोगी देशों ने अपने मौजूदा तेल उत्पादन क्षमता में अप्रैल तक कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है और उत्पादन में कटौती जारी रहेगी। यह फैसला वैश्विक कोरोना महामारी के नए स्वरूप के प्रसार और आर्थिक कमजोरी की चिंता को देखते हुए लिया गया है।
फैसले से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल
सऊदी अरब के नेतृत्व में ओपेक और रूस की अगुवाई में गैर सदस्य देशों की बृहस्पतिवार को हुई वर्चुअल बैठक के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला। खासतौर पर सऊदी अरब द्वारा उत्पादन में दस लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती कम से कम अप्रैल तक जारी रहेगी।
अगली बैठक भी अप्रैल में ही होनी है। ज्यादातर बाजार विश्लेषकों को उम्मीद थी कि उत्पादन में मामूली बढ़ोतरी और उत्पादन को तेजी से नहीं बढ़ाने के फैसले से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आएगा। अमेरिका में तेल की कीमत 5.6 फीसदी बढ़ कर 64.70 डॉलर प्रति बैरल हो गई है।
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