भारत, जुलाई 18, 2018- पिछले कुछ सालों में भारत में भुगतान उद्योग (पेमेंट इंडस्ट्री) कम समय में कई सारे परिवर्तनों से गुजरा है, नई तकनीकों और इनोवेशन से हमारे भुगतान करने के तरीके को बदलकर रख दिया हैl लोग इन नए तरीकों को धीरे-धीरे अपना रहे हैं और भारत को कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर ले जा रहे हैंl हालाँकि अभी इन भुगतान के तरीकों के लिए थोड़े से अतिरिक्त कार्य की जरूरत होती हैl
उदाहरण के लिए, किसी काउंटर पर कैश पेमेंट की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 30 सेकेंड्स लगते हैं, इसमें आपके वॉलेट (बटुए) में से पैसा निकालने, खुल्ले पैसे देखने और फिर बाकी के पैसे सुरक्षित रूप से वापस रखे कि नहीं, इस बात की तस्दीक करने का समय भी शामिल हैl जबकि इसी काम को कॉन्टैक्टलेस कार्ड से पूरा करने में मात्र तीन सेकेण्ड लगते हैं और इसमें भी कार्ड वाला वॉलेट निकालने, उसे टर्मिनल पर टैप करने तथा वापस रखने में लगने वाला समय भी शामिल हैl तो पारम्परिक कैश ट्रांजेक्शन की तुलना में केवल 1/10 वें समय में वीज़ा पेवेव के जरिये किया जाने वाला कॉन्टैक्टलेस पेमेंट निसंदेह ही ज्यादा अच्छा हैl
श्री टी आर रामचंद्रन, वीज़ा ग्रुप कंट्री मैजेनर फॉर इंडिया एन्ड साऊथ एशिया के अनुसार- ‘आज के व्यस्त रिटेल वातवरण में जहाँ गति के साथ साथ सुविधा का भी बहुत महत्व है, जैसे कि सुपरमार्केट, कन्वीनिएंस स्टोर्स, पेट्रोल स्टेशंस और क्विक सर्विस रेस्टोरेंट्स आदि जगहों पर, कॉन्टैक्टलेस पेमेंट को ऐसे स्थानों पर कैश की जगह प्रयोग करने के लिहाज से डिजाइन किया गया हैl यह खासतौर पर भारत जैसे देशों से लिए बहुत सुविधा भरा है क्योंकि जहाँ रोजाना ही हाई ट्रैफिक प्रेशर रहता हैl यही कारण है की ग्राहक उस सुविधा और सुरक्षा का स्वागत कर रहे हैं जो उन्हें कॉन्टैक्टलेस ट्रांजिक्शन्स उपलब्ध करवा रहे हैंl’
वीज़ा पेवेव कार्ड आपकी बैंक द्वारा जारी किया गया आपका वर्तमान डेबिट कार्ड ही है जिसे कॉन्टैक्टलेस तकनीक से अपग्रेड किया गया हैl 2000 रूपये तक के ट्रांजेक्शन के लिए वीज़ा पेवेव कार्ड होल्डर बिना पिन इंटर किये या बिना ट्रांजेक्शन रसीद पर साइन किये अपने कॉन्टैक्टलेस कार्ड का उपयोग कर सकते हैंl तो इस छोटे से कार्ड के साथ भुगतान करना अब आसान हो गया है, आपका वॉलेट आपका पेमेंट पार्टनर बन गया हैl
2000 रूपये से अधिक के ट्रांजेक्शन के लिए अतिरिक्त निजी सुरक्षा की दृष्टि से आपको ट्रांजेक्शन के वक्त पिन डालने के लिए कहा जा सकता हैl
कॉन्टैक्टलेस कार्ड आपके चिप बेस्ड कार्ड जितना ही सुरक्षित है, इसमें वीज़ा द्वारा दिया गया एक मल्टीलेयर प्रोटेक्शन है जिसके अंतर्गत हर ट्रांजेक्शन का एक यूनिक और सुरक्षित इंस्क्रिप्शन होता है, ताकि कोई भी ट्रांजेक्शन दुबारा प्रोसेस न हो सकेl जब आप कॉन्टैक्टलेस कार्ड का उपयोग करते हैं तब व्यापारी वीज़ा कार्ड रीडर मशीन में के सिम्बॉल के साथ एक अमाउंट डालता है और इसके बाद पेमेंट की प्रक्रिया आगे बढ़ता हैl मशीन द्वारा ट्रांजेक्शन को पढ़ने के लिए कार्ड को कार्ड रीडर के पास रखना चाहिये जो कि 4 सेंटीमीटर या इससे कम होता हैl इसके बाद वीज़ा के ग्लोबल सिक्योर नेटवर्क, वीज़ा नेट के जरिये ट्रांजेक्शन
प्रोसेस हो जाता है, यह नेटवर्क सभी वीज़ा ट्रांजेक्शन्स को प्रोसेस करता है और आपके हाथ से वीज़ा कार्ड को अलग किये बिना पेमेंट हो जाता हैl
चूँकि यह कार्ड पहले से ही सभी केवायसी से साथ आपके वर्तमान बैंक अकाउंट से जुड़ा होता है, अतः नए डिजिटल पेमेंट के प्लेटफॉर्म की तरह यह तमाम केवायसी प्रोसेस को फिर से दोहराने के झंझट से बचाती हैl वीज़ा पेवेव कॉन्टैक्टलेस पीओएस टर्मिनल्स में डेबिट कार्ड्स के प्रयोग को बढ़ाने में योगदान देता है जिनका उपयोग पहले सिर्फ एटीएम से नकद निकालने के लिए ही होता थाl साथ ही यह ग्राहकों को कॉन्टैक्टलेस रीडर पर कार्ड के एक सिम्पल वेव के साथ हो सकने वाला नया पेमेंट सॉल्यूशन भी उपलब्ध करवाता है l
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा आपके वर्तमान मैग्नेटिक स्ट्रिप कार्ड को चिप बेस्ड कार्ड में बदलने के लिए निर्धारित दिनांक 31 दिसंबर 2018 के साथ अपने कार्ड को बदलवाते समय ग्राहक कॉन्टैक्टलेस कार्ड के बारे में भी पूछ सकते हैं जिसकी सुविधा अभी देशभर में 23 बैंकों द्वारा जारी किया जा रहा हैl अब भारतीय उपभोक्ता सुपरमार्केट से लेकर बाहर भोजन करने इंटरटेनमेंट वाले स्थानों पर जाने या रिटेलर्स के साथ भुगतान करने के इस नए और तेज तरीके का आनंद ले सकते हैंl
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