किसी ने हमें ठगा है, यह केवल कहानी का आधा हिस्सा है l हमारे भीतर कुछ ठगने योग्य था यह कहानी का दूसरा आधा हिस्सा है l
तो पहले हमको अपनी ओर की कहानी मै सुधार लाना होगा l पहले हमे दूसरों द्वारा किये जा रहे शोषण का केंद्र बने रहने से पहले अपनी ही अतिसंवेदनशीलता से पार पाना होगा l
आप का दिन शुभ हो l
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