पार्टी तोडने के बदले एक बार मेरे से बात कर लेते चाचा, चिराग पासवान का छलका दर्द

न्यूज़ डेस्क : लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और दिवंगत नेता रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी सांसद और विधायक से नहीं चलती, बल्कि संविधान और संगठन से चलती है। उन्होंने कहा कि पार्टी से पांच सांसद और विधायक गए हैं। बगावती चाचा पशुपति पारस पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर पार्टी तोड़ने की अभी क्या जरूरत थी। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान चिराग पासवान ने कहा कि वह अब अकेले हैं, उन्हें परिवार के किसी भी सदस्य पर भरोसा नहीं है।

 

 

 

चिराग ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि पापा के रहते समय ही पार्टी तोड़ने की चर्चा हुई थी, उस वक्त चाचा पशुपति पारस पर साजिश रचने का आरोप लगा था। पापा ने जब उन्हें बुलाकर बात की तो उन्होंने चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगे आरोप बेबुनियाद और निराधार है, लेकिन पापा के जाने के बाद चाचा ने साजिश रचने की शुरुआत कर दी और 9 महीने के भीतर ही पार्टी में फूट पड़ गई। उन्होंने कहा कि पार्टी सांसद और विधायक के साथ नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं से चलती है। आज 90 प्रतिशत कार्यकर्ता लोजपा के साथ हैं। 

 

 

 

 

चिराग ने गठबंधन में शामिल होने के दिए संकेत

राष्ट्रीय जनता दल के साथ जाने पर जब पूछा गया तो चिराग पासवान ने कहा कि लालू यादव और उनके पिता का संबंध काफी पुराना है। तेजस्वी यादव बिहार के उभरते नेता हैं, जनता का उन पर भरोसा है।  तेजस्वी यादव को मैं बचपन से जानता हूं। तेजस्वी मेरे छोटे भाई हैं। चिराग पासवान ने ये भी संकेत दिया है कि ज़रूरत पड़ी तो वह राजद के साथ गठबंधन में जाने से गुरेज नहीं करेंगे।

 

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