न्यूज़ डेस्क : टोक्यो ओलंपिक के दूसरे दिन शनिवार को मीराबाई चानू (49 किग्रा) ने रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया। चानू इस साल टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं। पदक जीतने के बाद मीराबाई ने पिज्जा खाने की इच्छा जताई थी। उन्होंने एक चैनल से खास बातचीत में कहा था कि उन्होंने महीनों से अपना पसंदीदा खाना नहीं खाया है। पदक जीतने के बाद मीराबाई ने कहा, ‘मैंने महीनों से पिज्जा नहीं खाई है।’ चानू के इस कॉमेंट के बाद डॉमिनोज इंडिया ने मीराबाई को ताउम्र मुफ्त पिज्जा देने का ऑफर किया है।
डॉमिनोज ने टि्वटर पर लिखा, ‘पदक घर लाने पर आपको बहुत-बहुत बधाई। आपने एक अरब से ज्यादा भारतीयों के सपनों को पूरा किया है। इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती कि हम आपको ताउम्र मुफ्त पिज्जा दें। फिर से बधाई।’ बता दें कि मणिपुर की 26 साल की वेटलिफ्टर ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) का भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। चानू ने कर्णम मल्लेश्वरी के सिडनी ओलंपिक (2000) में कांस्य पदक से बेहतर प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि मीराबाई को पांच साल पहले रियो ओलंपिक में भी पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन वह महिलाओं के 48 किग्रा भार वर्ग में उतना का वजन उठाने में सफल नहीं रहीं थीं। चानू विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण, राष्ट्रमंडल खेलों में (2014 में रजत और 2018 में स्वर्ण) दो पदक और एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं।
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