सुमित का अब तक अंतिम संस्कार नहीं, एनकाउंटर पर NHRC का यूपी को नोटिस

नोएडा । नोएडा में 50 हजारी सुमित गुर्जर एनकाउंटर के बाद गांव चिरचिटा में माहौल पूरी तरह गर्मा गया है। पुलिस से खफा परिजनों ने सुमित के शव का तीसरे दिन भी देर शाम तक अंतिम संस्कार नहीं किया। बृहस्पतिवार को भी विभिन्न दलों के नेता गांव पहुंचे।

घंटों तक चली पंचायत में निर्णय हुआ कि मामले की सीबीआइ जांच और आरोपियों पर मुकदमा कायम होने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। चिरचिटा गांव स्थित सुमित का शव घर पर रखा हुआ है। सुमित के परिजनों का आरोप है कि नोएडा पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर किया है।

सपा नेता अतुल प्रधान और भाजपा नेता मुखिया गुर्जर समेत दूसरे नेताओं ने कहा कि सुमित के खिलाफ एक भी मुकदमा कायम नहीं है। नोएडा पुलिस ने उसे कुख्यात बदमाश बताकर उसका एनकाउंटर नहीं, बल्कि हत्या कर दी।

वहीं, सुमित के परिजनों के पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाने के बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए यूपी के मुख्य सचिव व डीजीपी को नोटिस जारी कर 4 हफ्ते में जवाब मांगा है। वहीं, गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी लव कुमार ने कहा है कि पुलिस परिजनों के आरोपों की जांच कर रही है।

यह है मामला

गौरतलब है कि 3 अक्टूबर की रात ग्रेटर नोएडा में मुठभेड़ के दौरान 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश सुमित गुर्जर को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने मार गिराया गया था। सुमित समेत 7 बदमाशों पर 20 सितंबर की रात डकैती के दौरान 2 लोगों की हत्या व डकैती का आरोप था। इस पर नाराज सुमित के परिजनों ने बुधवार को फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाते हुए नोएडा में जाम लगाया था।

एनएचआरसी को ओर से कहा गया है कि अगर पुलिस का एनकाउंटर जांच में फर्जी पाया गया तो यह मानव अधिकारों का उल्लंघन होगा।

 

News Source: jagran.com

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