न्यूज़ डेस्क : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की 44वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में मुकेश अंबानी ने हरित ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर कदम रखने की घोषणा की। उन्होंने सौर फोटोवोल्टिक सेल, हरित हाइड्रोजन, बिजली स्टोरेज बैटरी और फ्यूल सेल के विनिर्माण को लेकर अगले तीन साल में बड़ी क्षमता के चार विनिर्माण संयंत्र लगाने के लिए 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का एलान किया।
1,00,000 मेगावॉट सौर बिजली उत्पादन क्षमता लगाएगी कंपनी
रिलायंस 1,00,000 मेगावॉट सौर बिजली उत्पादन क्षमता लगाएगी। अंबानी ने कहा कि, ‘हमने नए ऊर्जा परिवेश के लिए जरूरी सभी महत्वपूर्ण उपकरणों के विनिर्माण और एकीकरण को लेकर चार बड़े- सौर फोटोवोल्टिक मोड्यूल कारखाना, ऊर्जा भंडारण बैटरी कारखाना, इलेक्ट्रोलाइजर कारखाना तथा फ्यूल सेल कारखाना विनिर्माण संयंत्र लगाने की योजना बनाई है।’
चार विनिर्माण संयंत्रों में कुल 60,000 करोड़ का निवेश
इन चारों विनिर्माण संयंत्रों में कुल 60,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, हम मूल्य श्रृंखला, भागीदारी और खोज एवं उत्पादन तथा परिष्करण एवं विपणन समेत भविष्य की प्रौद्योगिकियों में 15,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे।’
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अंबनी ने कंपनी के लिए अगले 15 साल यानी 2035 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा था। उन्होंने कहा, ‘जीवाश्म (कोयला, पेट्रोल और डीजल) ईंधन से करीब तीन सदी तक आर्थिक वृद्धि को गति मिली। हम अब बहुत लंबे समय तक इसे जारी नहीं रख सकते।’
अंबानी ने कहा, ‘वर्ष 2016 में हमने डिजिटल अंतर खत्म करने के लिए जियो पेश किया। अब 2021 में, हम नया ऊर्जा कारोबार शुरू करने जा रहे हैं। इसका लक्ष्य भारत और दुनिया में हरित ऊर्जा को लेकर अंतर को दूर करना है।’
रिलायंस ने शेयर जुटाए 3.24 लाख करोड़ रुपये
अंबानी ने कहा कि कंपनी की इकाइयों में हिस्सेदारी बिक्री, राइट्स इश्यू और परिसंपत्ति मौद्रिकरण के जरिए 3.24 लाख करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई गई है, जो एक रिकॉर्ड है। अंबानी ने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि कंपनी ने डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म और खुदरा उद्यम में शेयर की बिक्री, राइट्स इश्यू और परिसंपत्ति मौद्रिकरण में हिस्सेदारी की बिक्री के जरिए 3,24,432 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई।
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