अब कोरोना संक्रमितो का पता लगाने के लिए किया जा सकता है कुत्तों का इस्तेमाल

न्यूज़ डेस्क : अमेरिका के वैज्ञानिकों का कहना है कि लार  और मूत्र के नमूनों को सूंघ कर बीमारी का पता लगाने के लिए वह कुत्तों को प्रशिक्षण दे रहे हैं l अमेरिका के पशु चिकित्सा विभाग के तरफ से यह कहा जा रहा है कि कुत्तों में गंध पहचानने की क्षमता जबरदस्त होती है इसी का प्रयोग कर यह पता करने का प्रयास किया जा रहा है की कोविड -19  बीमारी से ग्रसित  कौन-कौन से हैं जिसकी पहचान उसे सूंघकर करेंगे l

 

अनुसंधानकर्ताओं ने कहां की कुत्तों में 30 करोड़ कोशिकाएं होती हैं जबकि मनुष्य में 60 लाख l इसीलिए बीमारी का पता लगाने में कुत्ते विशेष रूप से सहायक हो सकते हैं l इस अध्ययन के द्वारा कुत्तों की सहायता से उन लोगों में बीमारी का पता लगाने का प्रयास किया जाएगा जिनमें बीमारी के लक्षण दिखाई देते है l

 

 एक वक्तव्य में कहा की कुत्तों सूघने की क्षमता कोरोना का पता लगाने में बहुत कारगर सिद्ध हो सकती है l अनुसंधानकर्ता शुरू में आठ कुत्तों  के साथ अध्ययन शुरू करेंगे, उन्होंने कहा कि 3 सप्ताह तक कुत्तों को कोरोना  बीमारी से ग्रसित मनुष्य की लार और मूत्र की गंध से परिचित कराया जाएगा, इसके बाद उनका परीक्षण किया जाएगा कि वह सूंघकर कोरोना के मरीजों का पता लगा पाते हैं या नहीं l 

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