नेशनल हाइड्रो पावर कॉरपोरेशन (एनएचपीसी) लिमिटेड ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कल फरीदाबाद में अपनी 46वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की मेजबानी की। कंपनी के सदस्यों ने वर्ष 2021-22 के लिए 1.81/- रुपये प्रति इक्विटी शेयर के लाभांश को मंजूरी दी, जिसमें मार्च 2022 में भुगतान किया गया 1.31/- रुपये प्रति इक्विटी शेयर का अंतरिम लाभांश भी शामिल है।
एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री ए.के. सिंह ने वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित किया, जिसमें श्री वाई.के. चौबे, निदेशक (तकनीकी) श्री आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), श्री बिस्वजीत बसु, निदेशक (परियोजना) और स्वतंत्र निदेशक, डॉ. उदय सखाराम निर्गुडकर, प्रो. (डॉ.) अमित कंसल, डॉ. रश्मि शर्मा रावल, श्री जिजी जोसेफ, श्रीमती रूपा देब, कंपनी सचिव, एनएचपीसी सहित बोर्ड के सदस्य भी शामिल थे।
श्री सिंह ने एनएचपीसी की विभिन्न प्रमुख उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनएचपीसी ने वित्त वर्ष 2021-22 में 3,538 करोड़ रुपये (स्टैंडअलोन आधार पर) का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) अर्जित किया है, जो अब तक का सबसे अधिक पीएटी है। यह पिछले वित्त वर्ष 2020-21 के 3,245 करोड़ रुपये के पीएटी की तुलना में 9 प्रतिशत वृद्धि को दर्शाता है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान एनएचपीसी की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए श्री सिंह ने कहा कि एनएचपीसी पावर स्टेशनों ने 23,540 एमयू की डिजाइन ऊर्जा की तुलना में 24,855 एमयू बिजली का उत्पादन किया है। एनएचपीसी पावर स्टेशनों ने भी 88.19 प्रतिशत का अब तक सर्वाधिक वार्षिक पीएएफ दर्ज किया है। उन्होंने यह भी बताया कि लाभांश के माध्यम से भारत सरकार के राजकोष में 1,183.05 करोड़ रुपये का नकद योगदान (वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 249.44 करोड़ रुपये का अंतिम लाभांश और वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 933.61 करोड़ रुपये का अंतरिम लाभांश) दिया गया है।
श्री ए.के. सिंह ने कहा कि एनएचपीसी लिमिटेड ने काठमांडू, नेपाल में पश्चिम सेती (750 मेगावाट) और सेती नदी 6 परियोजना (450 मेगावाट) नामक दो हाइड्रो पावर परियोजनाओं के विकास के लिए नेपाल सरकार के निवेश बोर्ड नेपाल, के साथ 18.08.2022 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एनएचपीसी ने 11 दिसंबर, 2021 को जम्मू- कश्मीर राज्य विद्युत विकास निगम लिमिटेड से 1856 मेगावाट की सावलकोट जलविद्युत परियोजना का भी अधिग्रहण किया है। उन्होंने कहा कि एनएचपीसी ने “ओडिशा में विभिन्न जल निकायों पर 500 मेगावाट फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं के विकास” के लिए हरित ऊर्जा विकास निगम ओडिशा लिमिटेड (जीईडीसीओएल) के साथ एक प्रमोटर समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि एनएचपीसी और जीईडीसीओएल के बीच संयुक्त उद्यम में प्रस्तावित इक्विटी भागीदारी 74:26 के अनुपात में होगी और पूरा होने पर यह परियोजना दुनिया की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजनाओं में से एक परियोजना बनने जा रही है।
एनएचपीसी के सीएमडी ने यह भी बताया कि एनएचपीसी ने राजस्थान में 10,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा पार्कों/परियोजनाओं के विकास के लिए राजस्थान नवीकरणीय ऊर्जा निगम लिमिटेड और राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ एक आशय पत्र पर भी हस्ताक्षर किए हैं। एनएचपीसी ने भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) द्वारा आयोजित ई-रिवर्स नीलामी में सीपीएसयू योजना, चरण-II, ट्रेंच-III के तहत 44.90 लाख/मेगावाट की व्यवहार्यता गैप फंडिंग (वीजीएफ) पर 1000 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना भी हासिल की है।
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