अपने स्मार्टफोन या हार्ड डिस्क को बेचने से पहले फॉर्मेट नहीं इरेज करें डेटा

नई दिल्ली। पुराने गैजेट्स जैसे हार्ड डिस्क या मोबाइल फोन को बेचने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि डेटा फॉर्मेट नहीं बल्कि डिलीट किया जा चुका है। अपने डेटा को हमेशा किसी विश्वसनीय सॉफ्टवेयर की मदद से ही इरेज (डिलीट) करें। इससे आपके फोन का संवेदनशील डेटा किसी अनजान, हैकर या साइबर क्रिमिनल के हाथों में पहुंचने और गलत इस्तेमाल से बच सकता है।

यह बात डेटा माइग्रेशन सॉल्यूशन्स प्रोवाइडर स्टेलर डेटा रिकवरी की स्टडी में सामने आई है। साथ ही पता चला है कि जो भी हार्ड डिस्क सेकेंड हैंड मार्केटप्लेस साइट पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं उनमें भारी मात्रा में कॉन्फीडेंशियल डेटा होता है।

स्टडी में बताया गया है कि भारत में अधिकांश कंज्यूमर्स को यह पता ही नहीं होता कि ड्राइव या मोबाइल से डेटा फॉर्मेट करने के बाद भी इसे रिकवर किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में गंभीर गोपनीय डेटा किसी और खरीदार के पास पहुंच जाते हैं। साथ ही देश में अधिकतर लोगों को डेटा इरेज या डेटा वाइप के तरीकों के बारे में जानकारी ही नहीं है।

आपको बता दें कि इस स्टडी के लिए सेकेंड हैंड प्रोडक्ट बेचनी वाले ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मौजूद हार्ड डिस्क को खरीदा गया। कलेक्ट किये गये सैंपल में 100 फीसद संवेदनशील डेटा पाया गया था। विशेषज्ञों ने यह भी पता लगाया कि जो भी सेकेंड हैंड डिवाइस लाए गए थे उन्हें केवल फॉर्मेट किया गया था, ना कि सही प्रकार से इरेज किया गया था।

कैसे करें फोन के डेटा को इरेज-

  • अपने फोन में सेटिंग्स पर जाएं
  • यहां बैकअप एंड रिसेट पर टैप करें।
  • इसके बाद फैक्टरी डेटा रिसेट का ऑप्शन दिखेगा। इसपर टैप करें।
  • अगले स्टेप में इरेज फोन डेटा के आगे जो बॉक्स है उसपर चेक (टिक) कर दें।
  • इसके बाद रिसेट फोन या रिसेट डिवाइस पर टैप कर दें।

इस पूरी प्रक्रिया के बाद आपके फोन के डेटा को रिकवर नहीं किया जा सकता। इसलिए बेचने से पहले सुनिश्चित कर लें कि आप फैक्टरी रिसेट कर चुके हैं।

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