न्यूज़ डेस्क : देश भर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए हुए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) 2019 में रविवार को जबरदस्त सख्ती देखने को मिली। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की गाइडलाइन के अनुसार परीक्षा केंद्रों पर छात्रों के जूते, गले से माला, लॉकेट, हाथों से रक्षा सूत्र और कड़े उतरवा लिए गए। जिन केंद्रों पर मुस्लिम छात्राएं बुर्का पहनकर निर्धारित समय से देर से पहुंचीं, उनके बुर्के भी उतरवा लिए गए।
सिख समुदाय के छात्रों की पगड़ी डिटेक्टर मशीन से चेक की गई। देर से विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने वाले सात छात्रों को भी प्रवेश नहीं दिया गया। परीक्षा केंद्रों पर दोपहर साढ़े 12 बजे से ही छात्रों को प्रवेश देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। लंबी कतारों के बीच छात्रों की गहनता से चेकिंग की गई। डेढ़ बजे के बाद किसी भी छात्र को प्रवेश नहीं दिया गया। दो बजे से परीक्षाएं शुरू हो गईं जो पांच बजे तक चलीं। वैसे तो ज्यादातर छात्र चप्पल, हाफ शर्ट और लोअर में ही केंद्र पर पहुंचे लेकिन जिन्होंने गलती से भी जूते पहन लिए थे उनके जूते उतरवा लिए गए। छात्राओं की ज्वैलरी भी उतरवा ली गई। केंद्रों पर सख्ती के चलते छात्रों को काफी परेशानी भी हुई।
पहली बार परीक्षा आयोजित करा रही एनटीए ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को मोबाइल ऐप से अपडेट कराने का आदेश दिया था। प्रत्येक छात्र की उपस्थिति, अनुपस्थिति, प्रश्नपत्र खोलने का समय, जमा करने का समय सब कुछ एनटीए को लाइव अपडेट किया गया। एमबीबीएस की 66771 और बीडीएस की 27148 सीटों पर दाखिला l
नीट एग्जाम के विशेषज्ञ और न्यू लाइट कोचिंग के निदेशक डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि इस बार देश भर के 465 कॉलेजों की 66771 एमबीबीएस सीटों पर छात्रों को दाखिला दिया जाना है। इनमें 216 सरकारी कॉलेजों में 30455 सीटें जबकि 247 निजी कॉलेजों में 30165 सीटें हैं। दो सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कुल 151 सीटें हैं। इसी तरह बीडीएस में कुल 47 कॉलेज सरकारी हैं जिनमें 2930 सीटें निर्धारित हैं। प्राइवेट सेक्टर में 260 कॉलेज हैं जिनकी 24130 सीटों पर छात्रों को दाखिला दिया जाएगा। दो सेंट्रल यूनिवर्सिटी की 88 बीडीएस सीटों पर भी छात्र काफी दिलचस्पी रखते हैं।
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