नई दिल्ली । दिल्ली का लुटियंस जोन जल्द ही वायू प्रदूषण से मुक्त होगा। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद ने इसके लिए रोडमैप तैयार किया जा रहा है। यहां लगाए जा रहे स्मार्ट पाेल इसकी निगरानी करेंगे। आइए जानते हैं क्या है एनडीएमसी की योजना।
एनडीएमसी क्षेत्र में प्रदूषण को कम करने के लिए मॉनिटरिंग सिस्टम की तैयारी में जुटी है। पूरे इलाके में एनडीएमसी करीब 100 स्मार्ट पोल लगा रहा है, जिसमें से कुछ स्मार्ट पोल लगाए जा चुके हैं।
लुटियंस दिल्ली में अगले वर्ष के वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एनडीएमसी ने अभी से कमर कस ली है। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एनडीएमसी ने अपनी 110 सड़कों को मिट्टी से मुक्त करने की योजना तैयार की है।
इसके लिए एनडीएमसी की सभी 110 एवेन्यू सड़कों के किनारे सुंदर छोटी ऊंचाई वाले पौधे लगाए जाएंगे तथा मिट्टी को ग्राउंड कवर (तरह-तरह की घास) से ढका जाएगा। बता दें कि एवेन्यू रोड उन सड़कों को कहते हैं, जिनके दोनों तरफ निश्चित अंतराल के बाद पेड़ लगे होते हैं।
एनडीएमसी के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण की एक प्रमुख वजह धूल भी है। इसीलिए यह फैसला लिया गया है। हालांकि एनडीएमसी की सड़कों पर फुटपाथ के किनारे पौधे लगे हैं, लेकिन कुछ स्थानों पर बीच-बीच में जगह खाली पड़ी है, जिसे अब पौधरोपण तथा ग्राउंड कवर के जरिये ढका जाएगा।
इसकी शुरुआत फिरोजशाह रोड से की जाएगी। एनडीएमसी के उद्यान विभाग के अधिकारी योजना को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।
लगाए जाएंगे रंग-बिरंगे पत्तों वाले देशी-विदेशी पौधे
एनडीएमसी इन सड़कों पर दोनों तरफ बने फुटपाथ के सहारे मिट्टी को ढकने के लिए रंग-बिरंगी पत्तियों वाले छोटी ऊंचाई के देशी-विदेशी पौधे लगाएगा। साथ ही इन्हें इस तरह की डिजाइन दी जाएगी जो देखने में आकर्षक लगे।
प्रदूषण को मापने के लिए लगाए जा रहे हैं स्मार्ट पोल
एनडीएमसी क्षेत्र में प्रदूषण को कम करने के लिए मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए पूरे इलाके में एनडीएमसी करीब 100 स्मार्ट पोल लगा रहा है, जिसमें से कुछ स्मार्ट पोल लगाए जा चुके हैं।
इन स्मार्ट पोल में न केवल सीसीटीवी कैमरे लगे हैं बल्कि वाईफाई स्पॉट के साथ प्रदूषण मापने के लिए यंत्र भी लगा हुआ है। इसके जरिये पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा का पता लगाया जा सकता है। यहां से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर एनडीएमसी उस क्षेत्र में प्रदूषण से निपटने के उपायों पर कार्य करेगा।
एनडीएमसी के चेयरमैन नरेश कुमार का कहना है कि इसका 49 फीसद हिस्सा हराभरा है। प्रदूषण से निपटने के लिए सड़कों के किनारे विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही खाली स्थान पर ग्राउंड कवर किया जाएगा ताकि मिट्टी न उड़े।
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