नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता पर संकट को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। ‘आप’ विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद होना तय है, क्योंकि उन्हें विधायक रहते हुए मंत्री तुल्य सुविधाएं जैसे कि सरकारी कार, कर्मचारी व दफ्तर दिए गए। मंत्रियो का संसदीय सचिव बनाया गया था।
माकन ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को कानून के हिसाब से केवल एक संसदीय सचिव अपने सचिवालय में बनाने की अनुमति है, जबकि ‘आप’ सरकार ने 21 विधायकों को ससदीय सचिव बनाया और प्रत्येक मंत्री के साथ तीन-तीन संसदीय सचिव रखे गए।
आंदोलन करेगी कांग्रेस
कांग्रेस नेता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भ्रष्टाचार को लेकर इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी दिल्ली में ‘आप’ सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए 22 जनवरी से आंदोलन चलाएगी, जिसकी शुरुआत दिल्ली सचिवालय से की जाएगी।
चुनाव आयोग ने काफी समय दिया
अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस ने जून 2016 में चुनाव आयोग को ‘आप’ के 21 विधायकों को लाभ के पद के चलते अयोग्य ठहराने के लिए याचिका दी थी। एक विधायक जरनैल सिह ने दिल्ली विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। चुनाव आयोग ने इन विधायकों को अपना पक्ष रखने के लिए काफी समय दिया। करीब दो साल तक मामले की सुनवाई चली।
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