न्यूज़ डेस्क : हिमाचल प्रदेश में आज से 14 अक्तूबर तक चलने वाले असूज नवरात्र मेले के पहले दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा । भक्तों ने मां चिंतपूर्णी, मां ज्वाला जी, चामूडा, मां बृजेश्वरी, नैना देवी सहित अन्य प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता के दर्शन किए तथा मंगल की कामना की। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर परिसर में देखने को मिली। श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची लेकर ही मंदिर में अनुमति मिल रही है। प्रशासन मंदिरों में पर्ची उपलब्ध करवा रहा है। नवरात्र के विशेष अवसर पर मां चिंतपूर्णी के दरबार एवं पूरे मंदिर परिसर की रंग-बिरंगे फूलों से सजावट की गई है।
मंदिर आयुक्त एवं उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां श्री चिंतपूर्णी में कोविड प्रोटोकॉल के तहत ही श्रद्धालुओं को दर्शनों की अनुमति प्रदान की जा रही है। मंदिर प्रशासन ने कोविड एसओपी की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए पूरे प्रबंध किए हैं।
भक्तों को चलते-चलते ही दर्शन करने की अनुमति दी गई है तथा मंदिर परिसर में खडे होने व रूकने की अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह अपनी आरटी पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अथवा कोविड वैक्सीनेशन की दोनों डोज का प्रमाण पत्र साथ लाएं।
उन्होंने कहा कि अंतर्राज्यीय बैरियर पर पुलिस वांछित प्रमाण पत्रों की चैकिंग कर रही है तथा आरटी पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अथवा दोनों डोज का प्रमाण पत्र दिखाने के बाद ही प्रदेश में प्रवेश करने दिया जा रहा है। किसी भी असुविधा से बचने के लिए श्रद्धालु आवश्यक प्रमाण पत्र साथ लाएं अन्यथा उन्हें बैरियर से ही वापिस भेज दिया जाएगा।
श्री शर्मा ने डयूटी पर तैनात कर्मचारियों को कोविड अनुरूप व्यवहार की अनुपालना सुनिश्चित करने के साथ-साथ श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित न होने दें और सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखने तथा बिना मास्क श्रद्धालुओं का चालान करने के निर्देश भी दिए।
Comments are closed.