हर कोई उस दौर से गुजर चुका है, जब वो छोटा था और उसके बैग में मम्मी टिफिन रखती थीं। लंच के समय किसके टिफिन में क्या बना है इस बात की उत्सुकता भी देखने लायक होती थी। दरअसल, नाश्ते में सिर्फ स्वाद जरूरी नहीं है, बल्कि सेहत भी उतनी ही जरूरी है। इसलिए बच्चों को नाश्ता ऐसा देना चाहिए, जिसमें स्वाद और सेहत दोनों की कमी एक साथ पूरी हो सके।
लापरवाही का आलम: जरूरत से ज्यादा पेट भरा रहना या खाली पेट रहना दोनों ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। आमतौर पर देरी के कारण कई घरों में बच्चे बिना नाश्ता किए या टिफिन लिए स्कूल के लिए निकल जाते हैं, जबकि ऐसा करना बिल्कुल भी ठीक नहीं। इसी तरह कई बार छुट्टी के दौरान कई घरों में नाश्ते के प्रति लापरवाही देखी जा सकती है। बच्चे तेजी से बढ़ते हैं और खेल-कूद, पढ़ाई-लिखाई के कारण खाना जल्दी हजम होता है, ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खाली पेट रहना नुकसानदायक है। कुछ फेवरेट डिश पोहा नमकीन बहुत ही स्वादिष्ट होती है, ये लगभग सभी घरों में बनाई जाती है। कई घरों में तो ये बना कर रख लिया जाता है और बच्चों को भूख लगने पर झट से दे देते हैं। चाय के साथ इसका टेस्ट और भी ज्यादा बढ़ जाता है। इसी तरह साबूदाना या सूजी का उपमा भी बच्चों को बहुत भाता है। जो बच्चे मीठा नहीं खाते उनके लिए नमकीन उपमा और जिन्हें मीठा अच्छा लगता है, उन्हें हलुआ खाना बेहद अच्छा लगता है। स्वाद और सेहत ब्रेन फूड कहा जानेवाला सुबह का नाश्ता दिनभर का सबसे महत्वपूर्ण आहार है। जिन्हें यह आदत नहीं होती उन्हें अक्सर मोटापे और एसीडिटी की शिकायत हो जाती है। ज्यादातर शहरी लोग या तो अपनी व्यस्ततम जीवनशैली की वजह से नाश्ते को नजरअंदाज करते हैं या फिर वे सोचते हैं कि नाश्ता न लेने से छरहरी काया हासिल की जा सकती है। वजह जो भी हो लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि इससे लोगों में मोटापे की शिकायत हो सकती है। ऐसा लगता है कि इन दिनों लोगों के पास सुबह के नाश्ते के लिए समय नहीं है। उनके पास पौष्टिक नाश्ता करने की स्वस्थ परंपरा से बचने के सभी कारण हैं। यदि आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो अपनी सेहत के प्रति जागरूक होना पड़ेगा। लोग कई वजहों से सुबह का नाश्ता नहीं करते। इनमें व्यस्तता, रात में देर से भोजन करना, खुद को छरहरा बनाने का खयाल सहित कई वजहें शामिल हैं। इस तरह से वे अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी सुबह के नाश्ते से दूर रहते हैं। आहार विशेषज्ञों के मुताबिक सुबह का नाश्ता बहुत जरूरी है। नाश्ता संतुलित होना चाहिए और इसमें कैल्शियम जैसे दूध या दूध से बनी वस्तुएं, प्रोटीन, रेशेदार पदार्थ जैसे अंकुरित अनाज और एटीआंॉक्सीडेट्स सेब, स्ट्रॉबेरी, केला, संतरा और विटामिन होने चाहिए। सुबह का नाश्ता : अक्सर ब्रेन फूड कहे जानेवाले सुबह के नाश्ते का संपूर्ण होना आवश्यक है और इसमें शरीर के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व होने चाहिए। शरीर की चयापचय प्रक्रिया के बेहतर होने के लिए पोषक नाश्ता लेना बहुत जरूरी है। रात के खाने सुबह के नाश्ते के बीच 10 से 12 घंटे का अंतराल हो जाता है, जो कि बहुत लंबा समय है। ऐसे में यदि नाश्ता न किया जाए तो यह अंतराल और भी बढ़ जाता है और इस तरह से शरीर की चयापचय प्रक्रिया प्रभावित होती है।
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