चंडीगढ़। नूंह के पुन्हाना एक महिला ने बहाने से पड़ोस में रहने वाली नाबालिग लड़की को अपने घर बुलाया। वहां दो युवकों ने उसे हवस का शिकार बनाया। इसके कारण वह गर्भवती हो गई। लड़की के परिजनों ने अब गर्भपात के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इस पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने सरकार से इस मामले में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर स्टेटस रिपोर्ट तलब की है। इसके साथ ही कोर्ट ने मेवात की महिला थाने की एसएचओ को निर्देश दिया कि वो एक हलफनामा देकर इस मामले की जांच पर जवाब दे।
पीड़िता की तरफ से हाई कोर्ट में याचिका दायर कर बताया कि पुलिस ने 9 नवंबर को दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, लेकिन जांच के नाम पर पुलिस कुछ नही कर रही। पुलिस इस मामले में आरोपियों के प्रभाव के चलते केवल खाना पुर्ति कर रही है। वीरवार को हाई कोर्ट की वेकेशन बेंच के जस्टिस अरविंद सांगवान हरियाणा सरकार व डीजीपी 30 जनवरी के लिए नोटिस जारी कर इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट भी देने को कहा हैं।
गर्भपात पर मेडिकल बोर्ड बनाने का दिया था आदेश
हाई कोर्ट ने मंगलवार को पीड़िता की एक अन्य याचिका का निपटारा करते हुए हरियाणा सरकार को गर्भपात पर निर्णय लेने के लिए मेडिकल बोर्ड बनाने का आदेश दिया था।
ये था मामला
पीडि़ता को पड़ोस की महिला एक महिला ने काम के बहाने से 7 जुलाई को अपने घर बुलाया, जहां दो युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उन लोगों ने धमकी दी कि किसी को कुछ बताया उसे और उसके परिवार को मार दिया जाएगा। जब लड़की की तबीयत खराब हुई तो मेडिकल जांच कराई गई।
पता चला कि वह गर्भवती है। इसके बाद उन्होने 9 नवंबर को पुलिस में शिकायत दी। उस समय लड़की का गर्भ 16 सप्ताह का हो गया था। इसके बाद याची ने गर्भपात के लिए एचएचकेएम कॉलेज नूंह में आवेदन किया। लंबे इंतजार के बावजूद अथॉरिटी ने गर्भपात पर निर्णय नहीं लिया, जिस कारण गर्भ की अवधि बढ़ती चली गई।
News Source :- www.jagran.com
Comments are closed.