विद्युत मंत्रालय ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया
राष्ट्रपति ने देश में ई-वाहन नेविगेशन की सुविधा और ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए 'ईवी यात्रा' वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप लॉन्च किया
राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार और राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार प्रदान किए
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, केंद्रीय विद्युत, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह, विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल, सचिव (विद्युत) श्री आलोक कुमार राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पर पेंटिंग प्रतियोगिता, 32वां राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए), दूसरा राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार (एनईईआईए) के विजेताओं को सम्मानित करते हुए।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, केंद्रीय विद्युत, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह, विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल, सचिव (विद्युत) श्री आलोक कुमार ने ईवी यात्रा वेब पोर्टल का शुभारंभ करते हुए।
विद्युत मंत्रालय ने आज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 32वें राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) और दूसरे राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार (एनईईआईए) के विजेताओं को सम्मानित किया। ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय स्तर की चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता स्कूली बच्चों को भी पुरस्कार दिए गए।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने देश में ई-मोबिलिटी को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ‘ईवी यात्रा’ वेब पोर्टल और इसके मोबाइल फोन एप्लिकेशन का शुभारंभ किया।
सभा को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि यह सुनिश्चित करना सभी के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है कि आने वाली पीढ़ियां प्रदूषण मुक्त वातावरण में सांस लें, अच्छी तरह से प्रगति करें और स्वस्थ जीवन जी पाएं। स्वच्छ हवा में सांस लेना एक बुनियादी मानव अधिकार है।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करके कई मानवाधिकारों की रक्षा की जा सकती है और लोगों से इसे सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में अपनाने का आग्रह किया ताकि आने वाली पीढ़ी प्रदूषण मुक्त हवा में सांस ले सके। राष्ट्रपति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की चुनौतियों का सामना करते हुए ऊर्जा संरक्षण एक वैश्विक और राष्ट्रीय प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि भारत का प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन और ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन वैश्विक औसत के एक तिहाई से भी कम है, लेकिन एक जिम्मेदार देश के रूप में भारत पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने 26वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी-26) में विश्व समुदाय से पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाने का आग्रह करते हुए ‘लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट’ यानी लाइफ (एलआईएफई) का संदेश दिया था।
इस अवसर पर केंद्रीय ऊर्जा, नवीन और नवीकरणीय मंत्री श्री आर.के. सिंह ने कहा कि यह वर्ष निष्पादन, उपलब्धि और व्यापार योजना के एक दशक का प्रतीक है। इसके परिणामस्वरूप प्रति वर्ष 106 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आई है। उन्होंने यह भी कहा कि हमने निर्माण क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता के लिए बड़े कदम उठाए हैं। हमने ऊर्जा संरक्षण बिल्डिंग कोड और इको निवास स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि आवासीय और व्यावसायिक भवनों को इन दोनों के तहत शामिल किया जाएगा।
यह समारोह देश भर के विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों के साथ आयोजित किया गया था और पेंटिंग प्रतियोगिता के पुरस्कार विजेता एनईसीए-2022 देखने के लिए वहां एकत्र हुए थे।
उद्योग, परिवहन, भवन, संस्थान और उपकरणों सहित विभिन्न क्षेत्रों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को एनईसीए पुरस्कार प्रदान किए गए। एनईईआईए पुरस्कार उद्योग और परिवहन श्रेणियों के तहत नवप्रवर्तक को प्रदान किए गए।
इससे पहले, देश भर में 14 से 20 नवंबर, 2022 तक ऊर्जा संरक्षण पर राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिसका समापन 11 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर की पेंटिंग प्रतियोगिता के साथ हुआ। इस साल, पूरे भारत के 40 लाख से अधिक बच्चों ने 2 समूहों यानी ग्रुप ए (8वीं, 9वीं और 10वीं कक्षा) और ग्रुप बी (5वीं, 6वीं और 7वीं कक्षा) में पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लिया।
नोएडा (ग्रुप ए के लिए) और गुरुग्राम (ग्रुप बी के लिए) में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की पेंटिंग प्रतियोगिता के लिए प्रत्येक राज्य/केंद्रशासित प्रदेश से शीर्ष 3 प्रविष्टियों का चयन किया गया था। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस, 14 दिसंबर के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया।
विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल और भारत सरकार के सचिव (विद्युत) श्री आलोक कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
ईवी यात्रा वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप के बारे में
केंद्रीय नोडल एजेंसी के रूप में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) ने निकटतम सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन तक नेविगेशन की सुविधा के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन और देश में ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न केंद्रीय और राज्य-स्तरीय पहलों पर सूचना का प्रसार करने के लिए एक वेबसाइट विकसित की है।
सभी सार्वजनिक चार्ज प्वाइंट संचालक (निजी/सार्वजनिक संस्थाएं) ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं और वेबसाइट www.evyatra.beeindia.gov.in पर लॉग इन करके वेब-पोर्टल www.evyatra.beeindia.gov.in/bee-ev-web/register-charging-point-operator पर उपलब्ध ऑनलाइन प्रारूप के अनुसार आवश्यक विस्तृत जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
एनईसीए और एनईईआईए पुरस्कार के बारे में
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों की औद्योगिक इकाइयों को ऊर्जा बचत में उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए दिए जाते हैं। राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार (एनईईआईए) की परिकल्पना नवीन उपायों के माध्यम से ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। एनईसीए-2022 के लिए कुल 448 आवेदन और एनईईआईए 2022 के लिए 177 आवेदन प्राप्त हुए थे। सचिव (विद्युत) की अध्यक्षता वाली पुरस्कार समिति ने पुरस्कार विजेताओं का अंतिम रूप से चयन किया, जिन्हें एनईसीए और एनईईआईए सम्मान से सम्मानित किया गया। उपरोक्त 448 इकाइयों ने सामूहिक रूप से 1517 करोड़ रुपये मूल्य की ऊर्जा की बचत की है।
यह कार्यक्रम ऊर्जा दक्षता और इसके संरक्षण को बढ़ावा देने और भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में ऊर्जा की तीव्रता को कम करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
Comments are closed.