मिनीरत्न-II कंपनी एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड ने केन्‍द्रीय मंत्री श्री मनसुख मांडविया को अपने लाभांश का चैक लगातार 19वें वर्ष सौंपा

रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत केंद्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड ने 12,55,00,000/- रुपये (रुपये बारह करोड़ पचपन लाख मात्र) का लाभांश चैक केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया को सौंपा। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर अमर सिंह राठौर ने मंत्रालय में सचिव (उर्वरक) श्री अरुण सिंघल की उपस्थिति में श्री मांडविया को यह चैक सौंपा। श्री मांडविया ने कंपनी के विकास और उसके द्वारा हासिल किए गए परिणामों की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कंपनी तेजी से आगे बढ़ेगी, आने वाले वर्षों में उच्च लाभांश प्राप्‍त करेगी और देश की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देगी।

कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने इस अवसर पर बताया कि कंपनी को मई 2022 में एक निजी अन्वेषण एजेंसी के रूप में अधिसूचित किया गया है। कंपनी निकट भविष्य में रॉक फॉस्फेट और डोलोमाइट के खनन का काम शुरू करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, कंपनी की राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में उर्वरक उत्पादन सुविधा स्थापित करने की भी योजना है।

एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड (एफएजीएमआईएल) को जोधपुर खनन संगठन (मैसर्स एफसीआईएल की एक इकाई) के बंद होने के परिणामस्वरूप 14.02.2003 को शामिल किया गया था। कंपनी पिछले 18 वर्षों से लगातार लाभांश का भुगतान कर रही है।

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