इस्पात मंत्रालय 25 अक्टूबर, 2021 (सोमवार) को मूल्य संवर्धित इस्पात (स्पेशियलिटी स्टील) पर उत्पादन युक्त प्रोत्साहन योजना (प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेन्टिव – पीएलआई) पर एक संगोष्ठी का आयोजन कर रहा है। संगोष्ठी का आयोजन डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, नई दिल्ली में किया जायेगा और यह संगोष्ठी दिन भर चलेगी। इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह और इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करेंगे। संगोष्ठी में नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। संगोष्ठी का लक्ष्य सभी सम्बद्ध हितधारकों को मंच उपलब्ध कराना है, जहां वे गहन चर्चा कर सकें और योजना पर विमर्श हो सके।
केंद्र सरकार ने मूल्य संवर्धित इस्पात के लिये उत्पादन युक्त प्रोत्साहन योजना को वित्तवर्ष 2023-24 से वित्तवर्ष 2029-30 के दौरान लागू करने को मंजूरी दे दी है। इसके लिये 6,322 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। पीएलआई योजना का उद्देश्य ‘स्पेशियलिटी स्टील’ के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के लिये माकूल निवेश को आकर्षित करना है। यह योजना उत्पादों के पांच वर्गों पर लागू होगी, जैसे कोटेड/प्लेटेड इस्पात उत्पाद, उच्च क्षमतावान/टूट-फूट रहित इस्पात, मूल्य संवर्धित पटरियां/रेलिंग, मिश्रित इस्पात उत्पाद, इस्पात के तार और बिजली के लिये उपयोग में आने वाला इस्पात। “आत्मनिर्भर भारत” के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुये पीएलआई योजना संभावित निवेशकों को आकर्षित करने और मौजूदा कंपनियों को अपनी तरफ खींचने की एक पहल है। इस पहल से देश की मौजूदा इस्पात क्षमता बढ़ेगी और नई प्रौद्योगिकियों का आगमन होगा। इस संबंध में इस्पात मंत्रालय की वेबसाइट पर विस्तृत अधिसूचना और दिशा-निर्देश उपलब्ध हैं।
तकनीकी सत्रों को इस तरह तैयार किया गया है कि उनमें औद्योगिक हितधारकों के साथ योजना पर विस्तार से चर्चा हो सके। संगोष्ठी में नीति-निर्माता, सरकारी अफसर, इस्पात सम्बंधी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, एकीकृत और दूसरे स्तर के इस्पात उत्पादक, संभावित निवेशक, इस्पात संघ तथा अन्य भी हिस्सा लेंगे।
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