अंतिम रूप से निपटान के लिए 13,551 से अधिक फाइलों की पहचान की गई
कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (एमसीए), भारत सरकार अक्टूबर, 2022 के महीने की शुरुआत से स्वच्छता विशेष अभियान 2.0 का संचालन कर रहा है। एमसीए मुख्यालय के अलावा, क्षेत्रीय कार्यालय जैसे क्षेत्रीय निदेशक और शासकीय समापक तथा एक सम्बंधित कार्यालय, यानि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स (आईआईसीए) इस विशेष अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
प्रारंभिक चरण में, एमसीए के तहत सभी कार्यालयों को अभियान के बारे में अवगत कराया गया और अभियान स्थलों का चयन करने के निर्देश के साथ लंबित एवं अन्य मापदंडों की पहचान करने के निर्देश दिए गए।
अभियान के इस चरण के दौरान एमसीए, क्षेत्रीय कार्यालयों और संबद्ध कार्यालय द्वारा तैयारी चरण के दौरान चिन्हित सभी लंबित और अन्य कार्यों को निपटाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में प्रगति की निगरानी और समीक्षा अपर सचिव और संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारियों द्वारा की जा रही है और विभिन्न मापदंडों में उपलब्धि, विशेष रूप से पुरानी फाइलों की समीक्षा और उनके अंतिम रूप से निपटान में हुई प्रगति, लोक-शिकायतें, पीएमओ संदर्भ, राज्य सरकार के संदर्भ, संसद सदस्य संदर्भ, संसदीय आश्वासन, अभियान स्थल, कार्यालय परिसर में सौंदर्यीकरण और सफाई तथा पुरानी और अनुपयोगी वस्तुओं का निपटान आदि को दैनिक आधार पर एससीपीडीएम पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है।
विशेष अभियान के तीसरे सप्ताह में 23 अभियान स्थलों में से 12 स्थलों के कार्य पूरे कर लिए गए हैं। कुल 18,047 कागज वाली फाइलों की समीक्षा की गई है और इनमें से 13,551 फाइलों की अंतिम रूप से निपटान के लिए पहचान की गई है तथा अब तक 7,131 फाइलों का निपटान कर दिया गया है। सभी लंबित पीएमओ और एमपी संदर्भों का निपटान कर दिया गया है, अधिकांश लोकशिकायतों का भी निपटारा किया जा चुका है। स्क्रैप सामग्री के निपटान के बाद राजस्व राशि के रूप में 21 लाख रुपये (लगभग) प्राप्त हुए हैं।
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