चंडीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में हमले के बाद बाहर भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जमकरी निशाना साधा। मनोहर लाल ने कहा कि हुड्डा विधानसभा में छाती ठोंक कर कहते थे कि एक इंच जमीन का भी गलत अधिग्रहण नहीं किया। हुड्डा अब हिम्मत रखें और जांच का सामना करें। यह न कहें कि जांच राजनीतिक द्वेष के चलते हो रही है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूर्व सीएम हुड्डा पर साधा निशाना
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के दो और रोहतक व सोनीपत के जमीन अधिग्रहण मामलों की जांच सीबीआइ को सौंपी जा रही है। उन्होंने कहा कि इन गांवों की 885 एकड भूमि का अधिग्रहण किया जाना था और सेक्शन-4 और सेक्शन-6 के बीच में जमीन को छोड़ा जा सकता है। सेक्शन-6 होने के उपरांत सरकार को पूरी जमीन का अधिग्रहण करना होता है, लेकिन पूर्व की सरकार ने लगभग 650 एकड़ भूमि क्यों छोड़ी गई, इसी की जांच यह मामला सीबीआइ करेगी। जो कोई भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
कहा, अब हुड्डा यह न कहें कि राजनीतिक द्वेष में हुई कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने पिहोवा ऑडियो क्लिप मामले में कहा कि अगर कोई न माने तो उसका क्या इलाज है। पद्धति यह कहती है कि पहले जांच होगी और जांच में जो दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज होगी। उन्होंने चौटाला और हुड्डा सरकार के दो मामलों का उदाहरण देते हुए कहा कि आइएएस अधिकारी संजीव कुमार ने उच्चतम न्यायालय में याचिका डाली। उसके बाद जांच हुई और फिर एफआइआर। कांग्रेस के समय करण दलाल के पानीपत में जैविक खाद के मामले में भी पहले जांच हुई फिर आगे की कार्रवाई हुई।
कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने पिहोवा में वायरल हुई ऑडियो के मामले को लेकर चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता की। उन्होंने बताया कि एचएसएससी के अध्यक्ष बीबी भारती पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री ने भारती को क्लीन चिट दी है। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार मुक्त करने की बात करती है लेकिन यही शरीफ लोग लीपापोती करते हैं।
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