न्यूज़ डेस्क : ममता बनर्जी ने बारासात में कहा कि मैंने सभी से एकजुट होकर मतदान करने की अपील करके क्या गलती की थी? मुझे हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, माताएं, बहनें, छात्र और युवा, सभी के वोट चाहिए। ममता ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ने कृष्णानगर में एक बैठक में कहा था कि ममता दीदी ने माटुआ समुदाय के लिए कुछ नहीं किया। मैं सार्वजनिक रूप से उन्हें चुनौती देती हूं कि यदि मैंने उनके लिए कुछ नहीं किया तो मैं राजनीति छोड़ दूंगी और अगर आप झूठ बोल रहे हैं तो आप कान पकड़ कर उठक बैठक करेंगे।‘
ममता सब कुछ राजनीति के चश्मे से देखती हैं: नड्डा
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि वह (ममता बनर्जी) कूच बिहार जा सकती हैं, यह लोकतंत्र है लेकिन उन्होंने आनंद बर्मन के बारे में कुछ नहीं कहा, एक 22 साल का युवा जिसकी हत्या कर दी गई। जो चार लोग मारे गए, हमने सबके बारे में बात की। नड्डा ने कहा कि वह (ममता बनर्जी) मुख्यमंत्री हैं लेकिन उन्होंने कुछ नहीं हा। वह सब कुछ राजनीति के चश्मे से देखती हैं। हम समाज को विकास के नजरिए से देखते हैं और हम सबको साथ लाने की बात करते हैं।
ममता बनर्जी के धरने पर जेपी नड्डा का तंज
चुनाव आयोग की ओर से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में लगाए के 24 घंटे के प्रतिबंध के खिलाफ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को धरने पर बैठीं। वहीं, इसे लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें निशाने पर लिया। नड्डा ने कहा, ‘चुनाव आयोग एक स्वतंत्र निकाय है। उन्होंने कुछ देखा होगा जिसके बाद कार्रवाई की गोगी। लेकिन ममता जी का पक्ष ऐसा है कि उनकी सुनो तो सब ठीक है लेकिन अगर उनकी न सुनो तो सब गलत है, वह ही अकेली हैं जो सच बोलती हैं… लेकिन, ऐसा नहीं है।‘
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