न्यूयॉर्क । शोधकर्ताओँ ने एक ऐसी चिकित्सा पद्धति का विकास किया है जो मादक पदार्थों के सेवन से दिमाग में पैदा होने वाले रासायनिक असंतुलन को खत्म करने में मदद करती है। इस चिकित्सा पद्धिति से मादक पदार्थों के आदी लोगों को ठीक करने व इसकी लत छुड़ाने में प्रभावी रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस थेरेपी का जब चूहों पर परीक्षण किया गया तो इसे इसके नतीजे बहुत उत्साहजनक पाए गए। इस निष्कर्ष को जर्नल ऑफ मेडिसिनल केमिस्ट्री में प्रकाशित किया गया है। जब भी कोई व्यक्ति आदतन मादक पदार्थों का सेवन करता है, उसके दिमाग के रसायन इस तरीके से बदल जाते हैं
कि वह नकारात्मक परिणामों के बावजूद मादक पदार्थ छोड़ नहीं पाता है। किसी के दिमाग में यह विकृति एक बार विकसित हो जाने बाद उसका दिमाग मादक पदार्थ सेवन करने की तरफ तेजी से केंद्रित हो जाता है, जिससे वह खुद को रोक नहीं पाता। इन बदलावों के लिए सिरोटोनिन एक प्रमुख भूमिका निभाता है। यह एक दिमागी रसायन है, जो तंत्रिका क्षेत्र में सूचनाएं फैलाता है।
शोधकर्ता्ओं ने पाया कि मादक पदार्थ के आदी लोगों में सेरोटोनिन 2 सी रिसेप्टर ठीक प्रकार से कार्य नहीं करता, जैसा कि उसे करना चाहिए। अमेरिका के गल्वेस्टोन स्थित टेक्सास विश्वविद्यालय की चिकित्सा शाखा के शोधकर्ताओं की अगुआई वाली टीम ने कमजोर संकेतकों को बहाल करने के लिए छोटे अणु वाले चिकित्सा पदार्थों की एक श्रृंखला का औषधीय रूप से मूल्यांकन किया। निष्कर्षों से पता चला है कि नई थेरेपी से मादक पदार्थों के आदी लोगों के दिमाग के रासायनिक असंतुलन को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
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