राज्यसभा के लिए उत्तर प्रदेश से अरुण जेटली भाजपा उम्मीदवार घोषित

लखनऊ । राज्यसभा चुनाव के लिए बसपा उम्मीदवार के नामांकन के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश कोटे से केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की उम्मीदवारी घोषित कर दी है, लेकिन अभी सात सीटों पर उसके पत्ते नहीं खुले हैं। संकेत तो यह भी है कि भाजपा नवें उम्मीदवार पर भी दांव खेलेगी। सभी दलों की निगाहें भाजपा के रुख पर टिक गई हैं।

राज्यसभा में उत्तर प्रदेश कोटे की दस सीटों पर चुनाव हो रहा है। भाजपा  के पास आठ उम्मीदवार उतारने के बाद भी 28 विधायक बचेंगे। ऐसे में वह कौन सा दांव खेलती है, इसको लेकर सियासी कयास चल रहे हैं। भाजपा के अलावा सिर्फ सपा ही एक ऐसी पार्टी है जिसके पास एक व्यक्ति को राज्यसभा में भेजने के बाद भी दस विधायक बचेंगे। बसपा ने उप चुनाव में सपा को समर्थन देकर राज्यसभा में समर्थन लेने का उपक्रम किया है। जीत के लिए बसपा को कांग्रेस के विधायकों के वोट की भी जरूरत होगी। भाजपा अपने बचे हुए 28 विधायकों के मतों पर किसी निर्दल या पार्टी के ही उम्मीदवार के सहारे बसपा की राह रोकने की कोशिश कर सकती है।

भाजपा 2016 के राज्यसभा और विधान परिषद के चुनाव में अपनी क्षमता से अधिक उम्मीदवार उतारे थे। तब विधान परिषद में भाजपा के तीसरे उम्मीदवार दयाशंकर सिंह और राज्यसभा में निर्दल प्रीति महापात्रा थीं। तब भाजपा के पास 50 से भी कम विधायक थे, लेकिन चुनाव को रोमांचक बना दिया था। हालांकि गुजरात के राज्यसभा चुनाव से सबक लेकर अब भाजपा फूंक-फूंक कदम रखेगी लेकिन, इतना साफ है कि वह आसानी से विरोधी दलों की राज्यसभा की राह आसान नहीं करने वाली है। भाजपा का नवां उम्मीदवार विपक्ष के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है।

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