जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश में नागरिक जुड़ाव के विचार को आगे बढ़ाने और ‘‘सुशासन’’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कल मायगॉव जम्मू-कश्मीर लॉन्च किया। जम्मू-कश्मीर मायगॉव शुरू करने वाला देश का पहला केंद्र शासित प्रदेश है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव श्री अरुण कुमार मेहता, आईटी सचिव, जम्मू-कश्मीर, श्रीमती प्रेरणा पुरी, मायगॉव के सीईओ श्री अभिषेक सिंह और कई अन्य अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
भारत के सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की दिशा में विचारों और मतों के स्वस्थ आदान-प्रदान के लिए एक इंटरफेस बनाकर सरकार को आम आदमी के करीब लाने के विचार के साथ, 26 जुलाई 2014 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मायगॉव की शुरुआत की थी।
आज, मायगॉव के 2.29 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता- मायगॉव साथी हैं, जो मायगॉव के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हैं और विभिन्न नीतिगत मुद्दों पर अपने विचार और सुझाव साझा करते हैं, और प्रतिज्ञाओं, प्रश्नोत्तरी और प्रतियोगिताओं में भी भाग लेते हैं।
मायगॉव सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग को बढ़ावा देने में सक्षम रहा है, और देश भर में बदलाव लाने वाले उन लोगों और गुमनाम नायकों की पहचान करता है जो चुपचाप समाज में योगदान दे रहे हैं।
समय पर और प्रामाणिक जानकारी का प्रसार भी मायगॉव की विशेषता रही है। कोविड-19 प्रसार को लेकर के अपने प्रभावी अभियान के साथ मायगॉव इस कठिन समय के दौरान नागरिकों के लिए सूचना का एक विश्वसनीय स्रोत बनकर उभरा है।
सहभागी शासन के विचार को आगे बढ़ाते हुए, मायगॉव ने मायगॉव राज्य संस्करणों के कार्यान्वयन की शुरुआत की और 15 राज्यों – हरियाणा, महाराष्ट्र, असम, मध्य प्रदेश, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, झारखंड, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के लिए सफलतापूर्वक इन्हें लागू किए हैं।
मायगॉव जम्मू–कश्मीर कल लॉन्च किया गया, जो मायगॉव की सात वर्षों से अधिक की यात्रा में 16वां मायगॉव इंस्टांस है और किसी भी केंद्र शासित प्रदेश के लिए पहला मायगॉव इंस्टांस है।
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