न्यूज़ डेस्क : राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण यानी लॉकडाउन-4 पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन-4 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दे दी जाएगी। प्रधानमंत्री की इस बात से इतना तो स्पष्ट हो गया है कि 17 मई के बाद और राहतें भी मिलने वाली हैं। हम यहां आपको बताने जा रहे हैं कि लॉकडउन के चौथे चरण में क्या प्रतिबंध लागू रह सकते हैं, सरकार क्या राहत दे सकती है…
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में विकास, वैश्विक प्रगति में भारत की भूमिका, सहयोग आदि पर प्रमुखता से बात की। जिस मुद्दे को लेकर जनता टीवी, मोबाइल पर प्रधानमंत्री का इंतजार कर रही थी कि लॉकडाउन तीन आगे बढ़ेगा या नहीं… अगर बढ़ेगा तो क्या राहतें मिलेंगी… अगर नहीं बढ़ेगा तो कौन-कौन से प्रतिबंध लागू रहेंगे… उन मुद्दों पर प्रधानमंत्री स्पष्ट रूप से तो कुछ नहीं बोले लेकिन ये इशारा जरूर कर दिया कि लॉकडाउन का चौथा चरण भी जनता को देखना होगा।
राज्यों को दिए जा सकते हैं ज्यादा अधिकार : सोमवार को पीएम मोदी की सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से हुई वार्ता में कई राज्यों ने मांग की थी कि उन्हें अपने हिसाब से नियम तय करने की छूट मिलनी चाहिए। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सुझाव दिया था कि रेड जोन के अलावा बाकी जोन में लॉकडाउन में छूट देने या न देने का फैसला राज्य को करने देना चाहिए।
राज्यों के रुख से स्पष्ट है कि वह लॉकडाउन की बागडोर अपने हाथों में लेना चाहते हैं। वहीं, केंद्र भी आर्थिक गतिविधियों को धीरे-धीरे बढ़ावा देना चाहती है। ऐसे में हो सकता है कि ग्रीन और ऑरेंज जोन में नियमों की कमान राज्य को सौंप दी जाए और रेड जोन के नियम केंद्र ही तय करे।
शुरू हो सकती है सार्वजनिक परिवहन सेवा : लॉकडाउन-4 में जो राहतें मिल सकती हैं उनमें यह भी शामिल है। सीमित संख्या ही सही लेकिन रेलवे सेवा को तीसरे चरण में ही शुरू कर दिया गया। ऐसे में माना जा रहा है इस क्षेत्र में भी सरकार नरमी दिखा सकती है। दूसरी और कई सरकारी और निजी कार्यालय खुलेंगे, तो वहां के कर्मियों के आवागमन के लिए भी परिवहन सेवा को शुरू करना होगा।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन-4 के लिए राज्य की जनता से सुझाव मांहे हैं। इसमें पूछा गया है कि क्या बस, मेट्रो, ऑटो जैसी सेवाओं को अभी शुरू किया जाना चाहिए या नहीं। माना जा रहा है कि दिल्ली मेट्रो को भी कुछ नियमों और सख्ती के साथ चलाया जा सकता है।
कार्यालयों को मिल सकते हैं ये दिशा-निर्देश :लॉकडाउन के चौथे चरण में कई सरकारी और निजी कार्यालय खुलेंगे। ऐसे में कार्यालयों को निर्देश दिया जा सकता है कि जो घर से काम कर सकें उन्हें ऑफिस आने को न कहा जाए और उन्हें घर से ही काम करने दें। कम से कम लोगों को कार्यालय बुलाएं। सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक दूरी) का विशेष ख्याल रखें।
कार्यस्थल को सैनिटाइज रखें। मास्क और दस्ताने पहने रहें और किसी से हाथ न मिलाएं या गले न मिलें। तबीयत खराब लगे तो किसी भी स्थिति में कार्यालय न जाएं और चिकित्सक से संपर्क करें। दोपहिया वाहन पर एक ही व्यक्ति बैठे और चार पहिया वाहन में पीछे एक ही व्यक्ति को बैठाएं।
और आर्थिक गतिविधियों को दी जा सकती है अनुमति : उद्योग संगठन लगातार मांग कर रहे हैं कि आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएं वहीं, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा संबोधन में कही गई बात कि मास्क पहनेंगे, दो गज दूरी बना कर चलेंगे, लेकिन लक्ष्य नहीं खोने देंगे… इस बात की ओर इशारा कर रही है कि 18 मई से कई और आर्थिक गतिविधियों को इजाजत दी जा सकती है। लगातार गिरती अर्थव्यवस्था और बढ़ती बेरोजगारी इस बात की मांग कर रही है कि उद्योगों को संचालित करने की अनुमति दी जाए।
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