न्यूज़ डेस्क : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सेमवार को दावा किया कि राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया है। राज्य में लॉकडाउन के चौथे चरण को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब लॉकडाउन का स्वरूप अलग होगा, हमें जान के साथ जहान भी बचाना है।
दूरदर्शन पर चौहान ने प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा, लॉकडाउन के संबंध में प्रदेश की जनता, सभी वर्ग और जिलों के आपदा प्रबंधन समूहों से मिले सुझावों के आधार पर निर्णय लिया गया है। राज्य में अब केवल दो जोन होंगे- ग्रीन और रेड। सभी कंटेनमेंट जोन में विशेष प्रतिबंध जारी रहेंगे।
रेड जोन के अंतर्गत इंदौर, उज्जैन जिले का संपूर्ण क्षेत्र, भोपाल, बुरहानपुर, जबलपुर, खंडवा और देवास के नगर पालिका व निगम और मंदसौर, नीमच, धार व कुक्षी के नगर पालिका क्षेत्र होंगे। प्रदेश के शेष सभी जिले ग्रीन जोन में रखे गए हैं। एक सप्ताह तक यहां बाजार बंद रहेंगे, इसके बाद समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा।
सभी जोन में ये गतिविधियां रहेंगी प्रतिबंधित : सभी जोन में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, प्रशिक्षण संस्थान, होटल, रेस्टोरेंट, हॉस्पिटेलिटी सेवाएं, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर्स, बार, ऑडिटोरियम प्रतिबंधित रहेंगे। सामुदायिक, सामाजिक, राजनैतिक, खेलकूद, मनोरंजन, अकादमिक, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन नहीं हो सकेंगे।
सभी धार्मिक स्थल, पूजा स्थल और धार्मिक सभाएं प्रतिबंधित रहेंगी। शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक लोगों का आवागमन केवल अति आवश्यक गतिविधियों को छोड़कर प्रतिबंधित रहेगा। सार्वजनिक परिवहन की बसें अभी एक सप्ताह तक प्रतिबंधित रहेंगी तथा इसके बाद समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा।
रेड जोन में इन गतिविधियों को रहेगी अनुमति : रेड जोन के अंतर्गत मोहल्ले की दुकानें, स्टैंड अलोन दुकानें, रहवासी परिसर की दुकानें और बाजारों में स्थित आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी। ऑनलाइन शिक्षा चालू रहेगी। मेडिकल, पुलिस आवास, क्वारंटीन सेंटर, फंसे हुए लोगों के भोजन के लिए उपयोग किए जाने वाले होटल, बस डिपो, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट में संचालित कैंटीन, होम डिलिवरी करने वाले रेस्टोरेंट के किचन, स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, स्टेडियम (बिना दर्शकों के), सभी प्रकार का माल परिवहन, कार्गो मूवमेंट तथा उनके खाली वाहनों का आवागमन जारी रहेगा। सभी स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकमियों का आवागमन, उद्योगों के लिए श्रमिकों को लाने ले जाने की बसें, शासकीय व निजी कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चालू रहेंगे।
ग्रीन जोन में इन गतिविधियों को अनुमति : ग्रीन जोन में सभी क्षेत्रों के लिए प्रतिबंधित गतिविधियों को छोड़कर शेष सभी प्रकार की गतिविधियां संचालित की जा सकेंगी। इन क्षेत्रों में अन्य कोई पाबंदी नहीं रहेगी, सभी दुकानें और बाजार खुले रहेंगे, सब्जी मंडियां खुलेंगी, निजी व शासकीय कार्यालय पूरी क्षमता से चलेंगे और निजी वाहनों से आवागमन किया जा सकेगा। यदि किसी ग्रीन जोन जिले में पॉजिटिव प्रकरण बढ़ते है तो वह रेड जोन में परिवर्तित किया जा सकेगा।
कन्टेनमेंट क्षेत्रों में विशेष प्रतिबंध जारी रहेंगे : मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चौथे चरण में कंटेनमेंट क्षेत्रों में विशेष प्रतिबंध जारी रहेंगे और केवल अत्यावश्यक गतिविधियों की अनुमति होगी। इस जोन के भीतर और बाहर लोगों का आना-जाना प्रतिबंधित रहेगा। केवल मेडिकल इमरजेंसी और आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति की जा सकेगी। कंटेनमेंट एरिया में उद्योग संचालित नहीं होंगे परंतु इनके बाहर सभी स्थानों पर उद्योग संचालित किए जा सकेंगे।
बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, बच्चे घर पर ही रहें : हर जोन मे कोरोना संक्रमण से बचने के लिए 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, मल्टिपल डिसआर्डर वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं तथा 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घर पर ही रहना होगा।
सभी जोन के लिए अनिवार्य सावधानियां : सार्वजनिक स्थानों और कार्यस्थल पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा, इन स्थानों पर थूकने पर जुर्माना लगाया जाएगा, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा, विवाह में अधिकतम 50 लोग शामिल हो सकेंगे, अंतिम संस्कार में अधिकतम 20 लोग जा सकेंगे, सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना, पान, तंबाकू, गुटखा खाना प्रतिबंधित होगा।
दुकानों पर ग्राहकों के बीच दो गज की दूरी रखना अनिवार्य होगी और एक समय में दुकान पर पांच से अधिक लोग नहीं रह सकेंगे। सभी कार्य स्थलों के प्रवेश द्वारा व प्रस्थान द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग, हैंडवाश और सैनिटाईजर की व्यवस्था, पूरे कार्य स्थल पर नियमित सैनिटाईजेशन और लंच ब्रेक आदि में फिजिकल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगी।
‘मध्यप्रदेश में काफी हद तक कोरोना पर नियंत्रण’: चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में हम काफी हद तक कोरोना को नियंत्रित करने में सफल रहे हैं। कोरोना प्रकरणों के दोगुना होने की दर एक अप्रैल को तीन दिन थी, जो कि एक मई को बढ़कर 14 दिन हो गई थी। वर्तमान में यह दर 17.2 दिन है, जो कि जल्दी ही 20 दिन हो जाएगी।
हमारी कोरोना स्वास्थ्य दर (रिकवरी रेट) 01 मई को 19.03 फीसदी थी, जो 18 मई को बढ़कर 46 फीसदी से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि अभी भी पूरी सावधानी और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। हमें डरना नहीं है, घबराना नहीं है, बल्कि सावधानियां बरतनी है।
16 हजार करोड़ से अधिक राशि अंतरित की गई : मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना के कारण प्रदेश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है लेकिन सरकार ने गरीबों, मजदूरों, किसानों, बच्चों आदि की सहायता के लिए 16 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि उनके खातों में अंतरित की, जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दिक्कत न हो।
प्रवासी मजदूरों के लिए लगाई गईं हजारों बसें : चौहान ने कहा कि प्रवासी मजूदरों को बसों और ट्रेनों के माध्यम से उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए 91 से अधिक ट्रेन तथा हजारों बस अभी तक लगाई गई हैं। साथ ही प्रदेश के एक जिले से दूसरे जिले तक भी मजदूरों को पहुंचाया जा रहा है।
सरकार उनके भोजन, राशन और उन्हें कार्य दिलवाने की भी व्यवस्था कर रही है। जिनका राशन कार्ड नहीं है, उन्हें निशुल्क राशन दिया जा रहा है। जो कार्य करना चाहते हैं लेकिन जॉब कार्ड नहीं है, पंचायतों के माध्यम से उनका जॉब कार्ड बनवाकर उन्हें काम दिया जा रहा है। ये संबल योजना के भी पात्र होंगे।
दूसरे प्रदेशों के मजदूरों का भी पूरा ध्यान : मुख्यमंत्री ने कहा, हम पने यहां फंसे दूसरे प्रदेशों के मजदूरों का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं। हम प्रदेश में इन्हें पैदल नहीं चलने देंगे और भूखा नहीं सोने देंगे। हर मजदूर को वाहनों के माध्यम से राज्य की सीमा तक पहुंचाया जा रहा है।
इसमें करीब एक हजार बसें रोज लगी है। उन्हें भोजन, चाय, नाश्ता आदि सुविधाएं दी जा रही हैं। शासन-प्रशासन के साथ ही जनता भी इनसे अतिथि जैसा व्यवहार कर रही है। समाजसेवी संस्थाएं उन्हें जूते-चप्पल पहना रही हैं।
किसानों की पूरी फसल की खरीद होगी : शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में गेहूं उपार्जन के अंतर्गत अभी तक 90 लाख मीट्रिक टन से अधिक समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है और किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हम किसानों का एक-एक दाना खरीदेंगे।
उन्होंने कहा, किसान एसएमएस मिलने पर ही अपनी उपज बेचने केंद्र पर आएं, एक-दूसरे से दो गज की दूरी रखें और सभी सुरक्षा उपाय अपनाएं। चना, मसूर और सरसों के समर्थन मूल्य पर खरीदी का कार्य भी जारी है।
सरकार ने किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण दिलवाने की व्यवस्था दोबारा लागू की है। बीते दिनों प्रदेश के करीब 15 लाख किसानों को फसल बीमा की लगभग 2290 करोड़ रुपये की राशि उनके खातों में अंतरित हुई।
10वीं कक्षा की बाकी बची परीक्षाएं रद्द : मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। कोरोना संकट को देखते हुए 10वीं के विद्यार्थियों की बची हुई परीक्षाएं नहीं होंगी, 12वीं की परीक्षाएं आठ से 16 जून के बीच होंगे। विद्यालय बंद हैं इसलिए निजी स्कूल विद्यार्थियों से ट्यूशन फीस के अलावा और कोई शुल्क नहीं ले सकेंगे।
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