नई दिल्ली: नियंत्रण रेखा (LoC) के पास भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच एक अहम फ्लैग मीटिंग आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य सीमा पर शांति बनाए रखना और किसी भी संभावित तनाव को कम करना था।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने सीमा पर संघर्ष विराम समझौते के पालन और आपसी सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया। भारतीय पक्ष ने खासतौर पर घुसपैठ और सीज़फायर उल्लंघन की घटनाओं पर चिंता जताई और पाकिस्तान से उकसावे वाली गतिविधियों को रोकने की अपील की।
बैठक के मुख्य बिंदु:
- नियंत्रण रेखा पर शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता।
- किसी भी गलतफहमी को बातचीत के माध्यम से हल करने पर सहमति।
- घुसपैठ और सीज़फायर उल्लंघन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा।
- आपसी संचार को बेहतर बनाने के लिए हॉटलाइन और अन्य चैनलों को सक्रिय रखने पर जोर।
यह बैठक दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच द्विपक्षीय संवाद का हिस्सा थी, जो समय-समय पर तनाव कम करने के लिए आयोजित की जाती है। हालांकि, सीमा पर शांति बनी रहेगी या नहीं, यह भविष्य के हालात पर निर्भर करेगा। भारत लगातार पाकिस्तान से आतंकवाद पर सख्ती से रोक लगाने की मांग करता रहा है, जबकि पाकिस्तान ने भी अपने रुख को दोहराया।
गौरतलब है कि 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद से LoC पर कई बार ऐसी फ्लैग मीटिंग्स हो चुकी हैं, जिनका उद्देश्य सीमा पर स्थिरता बनाए रखना है। अब देखना होगा कि इस बैठक के बाद जमीनी स्तर पर क्या बदलाव देखने को मिलते हैं।