एक्रोपोलिस नार्थ कैंपस की लिटमस लिटरेरी क्लब ने किया ह्यूमन लाइब्रेरी का आयोजन

इंदौर, 2018: कहते है किताबें अच्छी दोस्त होती हैं लेकिन कैसा रहेगा जब किताबें बोलने लग जाए, मन में उठ रहे कई सवालों के जवाब तुरंत देने लग जाए। ह्यूमन लाइब्ररी ऐसा ही एक कॉन्सैप्ट है, जिसमें आपको उन लोगों से बात करने का मौका मिलता है जो समाज की रूढ़िवादी सोच से कुछ अलग कर जाते है। यह एक तरह का राउंड टेबल कॉन्वरसेशन सेशन होता है जिससे आपको विचारधारा के विकास में मदद मिलती है। 

 

एक्रोपोलिस नॉर्थ कैंपस की सृजन ई-सेल, लिटमस लिटेररी क्लब द्वारा ह्यूमन लाइब्ररी का आयोजन किया गया l जहां किताबों ने स्टूडेंट्स से बात की इसमें 170स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया। बात करने वाली किताबें थी बहाई कम्यूनिटी रिप्रेजेंटेटिव, रेडियो जॉकि, चूजिंग फूड इंडस्ट्री ओवर आईआईएम, यंग क्रिप्टो ट्रेडर, वुमेन हरेसमेंट एट वर्कप्लेस, स्ट्रगलिंग एंटरप्रेनेऊर, क्लासिकल डांसर, एजुकेशनिस्ट एंड सोश्ल वरकर। ह्यूमन लाइब्ररी प्रमोटर अमृता गोइल भी इस मोके पर उपस्थित थी l

 

लिटमस लिटेररी क्लब की फ़ैकल्टि लीडर, श्रीमति रश्मि पस्तरिया ने बताया कि – “एक्रोपोलिस नॉर्थ कैंपस अपने स्टूडेंटेन्स के व्यक्तित्व विकास के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करता रहता है। ह्यूमन लाइब्ररी के माध्यम से स्टूडेंट्स को रूढ़िवादी सोच को छोड़कर कर नॉन-जजमेंटल थिंकिंग को बढ़ावा मिलेगा साथ ही समाज में उन लोगों की स्वीकार्यता बढ़ेगी जो कुछ अलग कर जाते हैं।”

स्टूडेंट, मुस्कान अरोरा कार्यक्रम संयोजक ने कहा कि- “लिटमस लिटेररी क्लब के ह्यूमन लाइब्ररी के आयोजन से हम स्टूडेंट्स बहुत खुश है क्योंकि हमें नए लोगों से मिलने और उनकी संघर्ष कि कहानी जानने का मौका मिला। किताबें पढ़ते वक़्त अक्सर मन में कई सवाल आ जाते है लेकिन उनका जवाब नही मिल पाता लेकिन हमें यहाँ ह्यूमन लाइब्ररी में सभी जवाब मिल गए।”

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