जानिए कौन था जॉर्ज फ्लॉयड जिसकी मौत के बाद पूरे अमेरिका जल उठा

न्यूज़ डेस्क : मिनेसोटा में 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद पूरे अमेरिका में प्रदर्शनों की लहर उठ गई है। पुलिस और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस हिंसा को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। 25 मई से अमेरिका के मिनियापोलिस में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हुई।

 

 

25 मई 2020 को मिनियापोलिस पुलिस ने जॉर्ज फ्लॉयड को नकली नोट चलाने के आरोप में हिरासत में लिया था। एक पुलिसकर्मी ने जॉर्ज की गर्दन पर लगभग आठ मिनट के लिए अपना घुटना रखा था जिसके बाद जॉर्ज को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी।

 

जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से अमेरिका में सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। लेकिन जॉर्ज ने क्या इतना बड़ा जुर्म किया था कि पुलिस ने उसके साथ इस तरह का व्यवहार किया। जॉर्ज फ्लॉयड था कौन, क्यों इसकी मौत ने अमेरिका में हड़कंप मचा दिया है, आइए समझते हैं…

 

46 साल के जॉर्ज फ्लॉयड का जन्म उत्तरी कैरोलीना में हुआ था और ये ह्यूस्टन में रहता था लेकिन काम के सिलसिले में वह मिनियापोलिस आ गया। जॉर्ज मिनियापोलिस के एक रेस्तरां में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था।

 

जॉर्ज पांच साल से उस रेस्तरां में काम कर रहा था और मालिक के घर पर किराया देकर रहता था। जॉर्ज को ‘बिग फ्लॉयड’ के नाम से जाना जाता था, उसकी एक छह साल की बेटी है जो अपनी मां के साथ ह्यूस्टन में रहती है। जॉर्ज की पत्नी ने बताया कि वो एक बहुत अच्छे पिता थे।

 

जॉर्ज की पत्नी ने बताया कि उसे मिनियापोलिस शहर काफी पसंद था, वह ह्यूस्टन को छो़ड़कर यहां आया था। मिनियापोलिस में वह नए लोगों और अवसरों के लिए रुका था। उन्होंने बताया कि स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ कर ही जॉर्ज एक हिप-हॉप म्यूजिक बैंड के साथ जुड़ गय था।

 

उस रेस्तरां के एक दैनिक ग्राहक ने अपने फेसबुक पर पोस्ट किया कि जॉर्ज को लोगों को मजे करते देख काफी आनंद आता था। जॉर्ज के पूर्व सहपाठी ने बताया कि बचपन में जॉर्ज ‘जेंटल जायंट’ के नाम से मशहूर था।
25 मई 2020 को मिनियापोलिस की पुलिस ने जॉर्ज फ्लॉयड को गिरफ्तार किया। पुलिस को एक किराना की दुकान से सूचना मिली कि जॉर्ज ने यहां 20 डॉलर यानी 1,500 रुपये का नकली नोट इस्तेमाल किया है।

 

 

हालांकि कोर्ट में मौजूद दस्तावेजों के आधार पर साल 2007 में जॉर्ज फ्लॉयड को एक घर पर हमला करने के लिए पांच साल की सजा सुनाई गई थी लेकिन साल 2009 में जॉर्ज की जमानत करा दी गई।

 

हाल में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में जॉर्ज की गर्दन पर पुलिस अधिकारी डेरेक चौविन अपना घुटना रखे दिखाई पड़ रहा है। जॉर्ज पर आरोप था कि एक दुकान में उसने 20 डॉलर का नकली नोट दिया था।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन पर घुटना रखने से उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वहीं उसी पुलिस अधिकारी ने अपना दूसरा पैर जॉर्ज की कमर पर रखा था जहां उनके दोनों हाथ बंधे हुए थे।

 

जॉर्ज बार-बार कहता रहा कि मुझे मत मारो, लेकिन जब तक उसकी आंखें बंद नहीं हुई और शरीर में हल्कापन नहीं आया, तब तक पुलिस ऑफिसर ने एक न सुनी। शव-परीक्षा की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक जॉर्ज की स्वास्थ्य हालत और पुलिस की हिंसा का मिलाजुला परिणाम है जॉर्ज की मौत।

जॉर्ज फ्लॉयड वाले मामले में मिनियापोलिस के चार पुलिस अधिकारी थे जिसमें डेरेक चौविन और तोउ थाओ भी शामिल थे। डेरेक चौविन ने करीब आठ मिनट के लिए जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन पर अपना घुटना रखा था।

 

डेरेक चौविन के ऊपर थर्ड डिग्री मर्डर और सेकेंड डिग्री मानवहत्या के केस दर्ज कर दिए गए हैं। इस घटना के बाद अमेरिका में जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प की कई खबरें हैं और मिनियापोलिस में दुकानों को लूटा जा रहा है।

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