किसानों से बॉन्ड भरवाने का हो रहा विरोध

किसान नेता बोले- किसानों को संदिग्ध मानना अन्यायकिसान नेता बोले- किसानों को संदिग्ध मानना अन्यायभोपाल (ईएमएस)। किसान संगठनों द्वारा  प्रस्तावित गांव बंद के मद्देनजर मंदसौर सहित अन्य जिलों में किसानों से बॉन्ड भरवाए जा रहे है, जिसका किसानों द्वारा विरोध किया जा रहा है। किसान नेताओं का कहना है कि किसानों को संदिग्ध मानकर बॉन्ड भरवाना सरासर अन्याय है। मालूम हो कि एक से दस जून तक गांव बंद प्रस्तावित है। इसी के मददेनजर मंदसौर सहित अन्य जिलों में बॉन्ड भरवाए जा रहे है। इस मामले में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के संभागाध्यक्ष और पंचायत सचिव संगठन के प्रांताध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बॉन्ड भरने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम अपराधी नहीं है। पिछले आंदोलन में भी झूठा प्रकरण बनाया गया। मामला कोर्ट में लंबित है। ऐसे में हमें संदिग्ध नहीं माना जा सकता है।

यदि बॉन्ड भरवाया जाना है तो सत्ता और संगठन के लोगों से भरवाया जाए कि वे निर्दोष किसानों पर झूठे प्रकरण दर्ज नहीं कराएंगे।  शर्मा ने किसानों से बॉन्ड भरवाए जाने का विरोध दर्ज कराते हुए सोशल मीडिया में सवाल उठाती हुई पोस्ट डाली। उन्होंने बताया कि प्रशासन किसानों को बेवजह परेशान कर रहा है। संदिग्ध मानकर बॉन्ड भरवाने नोटिस जारी किए गए हैं। पिछली बार भी किसानों के ऊपर झूठे प्रकरण दर्ज कराकर फंसाया गया था। किसान आंदोलन हिंसा नहीं हक के लिए है। सांसद, विधायक और जिला प्रशासन को स्वयं बॉन्ड भरकर सार्वजनिक करना चाहिए कि वे निर्दोष किसानों को नहीं फंसाएंगे। शर्मा ने कहा कि हमारा मामला न्यायालय में है। अभी तक दोषसिद्ध नहीं हुआ है।

ऐसे में संदिग्ध मानना अन्याय है। उधर, आंदोलन की गंभीरता को देखते हुए सत्ता और संगठन सतर्क हो गया है। भाजपा ने अपने सांसद, विधायक और किसान मोर्चा को सक्रिय कर दिया है तो प्रशासन भी चौकन्ना है। खुफिया तंत्र किसान नेताओं की हर गतिविधि पर नजर रख रहा है। मंत्रालय और पुलिस मुख्यालय स्तर से लगातार निगरानी की जा रही है। मुख्यमंत्री स्वयं किसानों के बीच पहुंच रहे हैं। गांव बंद का असर शहरी जनजवीन पर न पड़े, जिला प्रशासन इसके इंतजाम में जुटा है।

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